हाफिज़ मुहीउद्दीन ने तराबीह में सुनाया कुरआन पाक -जिसने कलामे पाक को दिल में बसा लिया उसने रसूले पाक को अपना बना लिया- रौनक
इटावा। शायर रौनक इटावी के भूरा मोहल्ला स्थित आवास पर मदरसा दारूल उलूम गौसिया तजवीदुल कुरआन के प्रबंधक कारी सरफराज आलम के बेटे हाफिज़ मुहीउद्दीन ने छह रमज़ान मुबारक को तराबीह में मुकम्मल किया कुरआन पाक। शहर के उलमा इकराम, मस्जिदों के पेश इमाम साहिबान व शहर के लोगों ने हाफिज़ मुहीउद्दीन की गुलपोशी कर और तोहफे देकर दी मुबारकबाद। कुरआन पाक मुकम्मल होने के बाद देश की खुशहाली, तरक्की और अमनो-अमान के लिए दुआये की गई।
मौलाना वाजिद अशरफी ने तकरीर करते हुए कहा कि रमज़ान उल मुबारक में कुरान नाजिल हुआ और रोज़े फर्ज किये गए। रमजान में अल्लाह रोजेदारों की दुआ को कुबूल करता है। रमजान का महीना बरकतों और रहमतों का महीना है। रमज़ान के महीने में रोज़ा रखना जरूरी है। रौनक इटावी ने कहा जिसने कलामे पाक को दिल में बसा लिया उसने रसूले पाक को अपना बना लिया। निजाम नदीम अहमद एड. ने की। इस मौके पर कारी शहवाज अनवर, मौलाना फुरकान रजा, मौलाना अशफाक, हाफिज कैफ रजा, हाजी अजीम वारसी, इरफान राईनी, साजिद राईन अशरफी, राशिद राईनी, फैजान, मो. शारिक, कासिम अशरफी, औसाफ, शाहिद सिद्दीकी, मुन्ना अब्बासी, हाजी गुड्डू मंसूरी, वाईके शफी, शानू मंसूरी, चांद मंसूरी, हाशिम नईमी, अमीन चिश्ती, अदनान, हाजी रईस चिश्ती, अहमद अली, सूफी कमर, शेख नबाब, शाहनवाज अतहर, मो. आमिर, राशिद भारती, रईस भारती, शाहिद सीदीकी मौजूद रहे।