जीवन में प्रत्येक व्यक्ति को आध्यात्म की आवश्यकता-सरला
इकदिल, इटावा। बृह्मकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय इकदिल केंद्र द्वारा 88वीं महाशिवरात्रि पर्व पखबाड़ा के तहत धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत शिवपूजन तथा ब्रह्मकुमारी बहनों और अतिथियों के स्वागत के साथ की गई। मंच का संचालन बी के सुधा बहन ने किया । इटावा से आई हुई मुख्य अतिथि सेवानिवृत सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी सरला वर्मा ने महाआरती और पूजन किया । उन्होंने कहा कि ग्रहस्थ जीवन में प्रत्येक व्यक्ति को आध्यात्म की बहुत आवश्यकता । लखना से आई हुई प्रेम दीदी ने शिवरात्री का महत्व समझाया उन्होंने कहा व्रत के और जागरण साथ साथ आत्मा के मूल संस्कारों गुणों को जैसे प्रेम, खुशी, ज्ञान, पवित्रता, शान्ति आदि की जागृति से समाज में लड़ाई झगड़ा, भ्रष्टाचार खत्म होगा। कामेंत सेंटर से मंजू दीदी ने परमात्मा का परिचय देते हुए कहा जिसको सभी धर्माे के लोग माने परमात्मा वही है जो निराकार है। अनेक धर्मों ने किसी ने गॉड, अल्लाह, ईश्वर, ओमकार, नाम दिए वो निराकार ज्योति स्वरूप शिव हैं। जो देवों के देव है, अभोगता हैं। वही परमात्मा हैं। भरथना से अनीता दीदी ने समझाया कि राजयोग के अभ्यास से अनेक बीमारी, तनाव, दूर होते हैं जब हम अपने आत्मा निश्चित कर शिव परमात्मा से अपनी बुद्धि जोड़ कर उनसे शक्ति लेते है वो निराकार शिव सर्जनों का भी सर्जन है। दीपिका बहन ने समझाया की शिव अजन्मा त्रिमूर्ति, रचौता ब्रह्मा , विष्णु,शंकर,और सर्व देवों के भी वो रचौता हैं । निराकार , ज्योति स्वरूप ,लिंगरूप हैं , शंकर शरीर धारी ,परिवार सहित आकारी , पतित सृष्टि को निराकार से आज्ञा पाकर संघार करने वाले देवता हैं । इटावा से आई हुई कवित्री गीता चतुर्वेदी जी ने कविता के माध्यम से समाज के उत्थान की एक नई दिशा दी उन्होने समझाया समाज को नैतिकता की बहुत आवश्यकता है। ब्रद्ध, माता के सेवा के लिए। बच्चों को संस्कारी बनाना बहुत जरुरी है। इकदिल शाखा की संचालिका अन्नपूर्णा बहन ने आए हुए अतिथियों और सभी श्रोता भाई बहनों का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम में एडवोकेट अमित त्रिपाठी, समाजसेवी डॉ. सुशील सम्राट ने भी अपने विचार रखे स इस अवसर पर बीके सुरेन्द, संदीप वर्मा, बीके निर्मला, राधा, संदीप आर्टिस्ट आदि उपस्थित रहे। अनिकेत राठौर व जान्हवी ने शिव तांडव प्रस्तुत कर सब का मन मोह लिया।