*ੴ* *सिक्ख पंथ के दसवें गुरू साहिब श्री गुरू गोबिन्द सिंह जी महाराज का आज प्रकाश पुरब है। आपका जन्म 1666 ई.में पिता गुरू तेगबहादर, माता गुजरी के यहाँ पटना साहिब,बिहार में हुआ।आप एक महान सन्त,बाणी के रचयिता,महान कवि,महान योध्दा,कुशल सेनानायक एवं अनेक भाषाओं पंजाबी,हिन्दी,उर्दू , फारसी,अरबी के ज्ञाता थे।आपने सिक्ख धर्म के अनुयायियों का मुख्य उद्देश्य देश व धर्म के रक्षार्थ अपना सर्वस्व कुर्बान करने का संकल्प कराया। आपने इसी उद्देश्य को पूर्ण करते हुए अपने सारे परिवार को शहीद करवाया।इसीलिए आपको ‘सरबंसदानी’ के रूप में स्मरण किया जाता है।आपने सिक्ख धर्म में ऊँच नीच,जात पात व क्षेत्र वाद के भम्र को मिटाकर समानता का संदेश दिया।* *🌹🌹ऐसे महान गुरू के जन्मदिन की आप सभी को लख लख बधाईयां !!🌹🌹* 🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏
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*सिक्ख पंथ के दसवें गुरू साहिब श्री गुरू गोबिन्द सिंह जी महाराज का आज प्रकाश पुरब है। आपका जन्म 1666 ई.में पिता गुरू तेगबहादर, माता गुजरी के यहाँ पटना साहिब,बिहार में हुआ।आप एक महान सन्त,बाणी के रचयिता,महान कवि,महान योध्दा,कुशल सेनानायक एवं अनेक भाषाओं पंजाबी,हिन्दी,उर्दू , फारसी,अरबी के ज्ञाता थे।आपने सिक्ख धर्म के अनुयायियों का मुख्य उद्देश्य देश व धर्म के रक्षार्थ अपना सर्वस्व कुर्बान करने का संकल्प कराया। आपने इसी उद्देश्य को पूर्ण करते हुए अपने सारे परिवार को शहीद करवाया।इसीलिए आपको ‘सरबंसदानी’ के रूप में स्मरण किया जाता है।आपने सिक्ख धर्म में ऊँच नीच,जात पात व क्षेत्र वाद के भम्र को मिटाकर समानता का संदेश दिया।*
*🌹🌹ऐसे महान गुरू के जन्मदिन की आप सभी को लख लख बधाईयां !!🌹🌹*
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