कृष्ण की लीलाओं में मदमस्त होने लगे श्रद्धालु ,पूतना का हुआ वध

    *डॉक्टर शिव गौर ने दूसरे दिन की राधा कृष्ण जू की प्रथम आरती

फोटो:- राधा कृष्ण जी की प्रथम आरती करते डॉक्टर शिव गौर एवं नागेंद्र सिंह गौर। रास लीला करते राधा कृष्ण और गोपियां 

जसवंतनगर(इटावा)।अभी मुश्किल से  4-5 दिन ही बीते होंगे, जब लोग भगवान राम की  लोलाओं  में मदमस्त थे, मगर अब कृष्ण की मनमोहनी लीलाओं में डूब गए हैं।

      यहां रामलीला मैदान में रामलीला महोत्सव समित द्वारा सोमवार रात से शुरू कराई गई कृष्ण रासलीला में श्रद्धालु कृष्ण जन्म के बाद आयोजित नंद उत्सव में झूमते गाते और नाचते देखे गए ।
    मंगलवार रात कृष्ण लीला के दूसरे दिन जब कृष्ण जन्म की खुशी में ब्रजवासी नंदोत्सव में मस्त होते हैं, तभी  आतताई कंस  को कृष्ण जन्म और उन्हें कारागार से नंद के घर पहुंचा देने और वहां जन्म की खुशी में आयोजित नंदोत्सव की भनक लगती है।
   कंस तिलमिला जाता और बाल कृष्ण को   मारने के लिए अपने राज्य की दुर्दांत राक्षसी पूतना को वेश बदलकर नंदगांव, नंद और यशोदा के घर भेजता है।
 भेजी गई  राक्षासिनी पूतना उत्सव दौरान कृष्ण को नंद के घर से उठा कर चल देती है। हंसी-खुशी का माहौल कोहराम में तब्दील हो जाता है, मगर बालकृष्ण ने पूतना के आंचल से चिपट कर उसका दूध पीते हुए जब उसका वध  कर दिया, तो ब्रज में सर्वत्र कृष्ण की जय जय कार से रामलीला मैदान हर्ष के माहौल में डूब गया। 
    रामलीला के सुसज्जित मंच पर दूसरे दिन की रासलीला का शुभारंभ नगर के सुप्रसिद्ध युवा चिकित्सा डॉक्टर शिव गौर, उनके पिता नागेंद्र सिंह गौर उर्फ बूटी, डॉक्टर रिद्धिमा गौर आदि ने राधा कृष्ण की जुगल जोड़ी की आरती करके किया गया। 
  उनका रामलीला समिति के कार्यकारी अध्यक्ष हीरालाल गुप्ता, प्रबंधक राजीव गुप्ता बबलू, उप प्रबंधक तथा विधायक शिवपाल सिंह यादव के प्रतिनिधि ठाकुर अजेंद्र सिंह गौर, राजेंद्र गुप्ता एडवोकेट, राजीव गुप्ता, रामनरेश यादव पप्पू, विवेक रतन पांडे, अन्नू गुप्ता, राजकमल गुप्ता आदि ने  तिलक वंदन कर तथा राधा कृष्ण की जोड़ी से पटका उड़वा कर किया। मोरकोठी पर मयूर नृत्य के साथ दूसरे दिन की लीला शुरू हुई, जो कई घंटों तक रसिक म्यूजिकल ग्रुप कानपुर के संगीत निर्देशन में चली। आचार्य सत्यभूषण रसिक जी महाराज ने रास लीला का निर्देशन किया।  आशीष पांडे कृष्ण, खुशी ठाकुर राधा, सुरभि सिंह पूतना, बलराम यादव नंद तथा आदित्य कृष्ण ने यशोदा की भूमिका का निर्वाहन किया।
*वेदव्रत गुप्ता
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