अपने हिसाब से मन्डियों में धान का भाव निर्धारित दुकानदार

 

इटावा। केन्द्र, प्रदेश सरकार की किसान विरोधी नीति के कारण जनपद की मंडियों में धान खरीद के दामों में भारी गिरावट से धान खरीदने के विरोध में किसानों ने मन्डी में जबरदस्त विरोध किया। मंडी में धान किसानों की हालत खराब है मंडी में कल का मण्डी भाव क्या रहेगा स्पस्ट नही है मिल मालिक अपने हिसाब से मन्डियों में धान का भाव निर्धारित करते है।

किसानों को धान का सही मूल्य मिल मालिकों द्वारा न देने पर सपा नेता उदयभान सिंह यादव ने कहा कि जनपद में धान किसानों को परेशान किया जा रहा है बिना सार्वजनिक सूचना के किसानों का धान न लेने के लिए हड़ताल कर देना भा जा पा सरकार में आम होता जा रहा है क्योंकि सरकार हमेशा पूंजीपतियों को बढ़ावा देने का कार्य करती है और किसान विरोधी नीति के कारण किसानों का भला नही हो सकता है जब से ये सरकार आई है तब से किसानों को खाद, बीज, उर्वरक, कीट नाशक दवाई,डीजल महंगा मिल रहा है जिससे लागत मूल्य भी अधिक हो गया है और फसल का दाम लागत मूल्य भी नही मिला पा रहा है जबकि किसानों से वादा किया गया था कि लागत मूल्य का ढाई गुना दाम मिलेगा। इससे पूर्व में केंद्र की यू पी ए सरकार और प्रदेश की सपा सरकार में में धान का मूल्य लागत मूल्य से कई गुना अधिक 6000, रु कुंतल मिलता था और लागत मूल्य भी कम था। प्रशासन को चाइए कि प्रतिदिन मंडियों में धान के दाम पर निगरानी रखें। जिससे किसानों का उत्पीड़न न हो।

 

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