खेल दिवस के उपलक्ष्य में जमकर खेले बच्चे
ऊसराहार, इटावा। हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद्र के जन्म दिवस को खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। खोखो मेडमिंटन,कबड्डी,कैरम,लंबी कूद दौड़ समेत कई प्रतियोगिताएं कराई गई।
राष्ट्रीय खेल दिवस के उपलक्ष्य में जमकर खेले बच्चे।बड़े उत्साह और उमंग के साथ बच्चों ने खेल में भाग लिया।विकास खण्ड ताखा के परिषदीय विद्यालयों में खेल दिवस के उपलक्ष्य में खेल प्रतियोगिताएं कराई गई। बीईओ बीरेंद्र सिंह पटेल ने सभी प्रधानाध्यापकों को खेल प्रतियोगिताओं को कराने के निर्देश दिए थे।बैडमिंटन,कैरम,खोखो,कबड्डी,बॉलीबॉल एथलेक्टिक समेत कई प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।नगला मके में रामजी शर्मा,ऊसराहार में योगेश्वर यादव,कंपोजिट विद्यालय दीग में दिनेश चौधरी,प्राथमिक विद्यालय अघीनी में बीरेंद्र सिंह, उच्च प्राथमिक विद्यालय अघीनी में राजकुमार,कंपोजिट विद्यालय रमपुरा पचार में विजय अरुण,कंपोजिट विद्यालय कुइंता में मुनीश कुमार,कंपोजिट विद्यालय बंसियापुर में अश्वनी यादव की देखरेख में प्रतियोगिताएं कराई गई।ब्लॉक व्यायाम शिक्षक अवधेश सिंह राठौर ने कहा कि प्रत्येक वर्ष 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है। इस दिन हाकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद का जन्मदिन है।उनके जन्मदिवस को खेल दिवस के रूप मनाते है।इनको हाकी के जादूगर के नाम से जाना जाता है।इस मौके पर राजेंद्र राठौर,गीता दोहरे,रूबी यादव,आदर्श भदौरिया,श्यामानंद,सुधीर शरण,राघवेंद्र मौर्य,विनोद राजपूत,आकाश गर्ग,सौरभ कुशवाहा,सुबोध कुमार समेत कई शिक्षक मौजूद रहे।
बच्चों ने बनाई राखियां
प्राथमिक विद्यालय गढ़िया दीक्षितान में रक्षाबंधन त्यौहार के उपलक्ष्य में राखी बनाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।बच्चे काफी खुश दिखे।लक्ष्य व अंकुश रहे अव्वल। जूनियर वर्ग में लक्ष्य ने प्रथम स्थान, कौशिकी ने द्वितीय स्थान, सिमरन तृतीय स्थान प्राप्त किया। सीनियर वर्ग में अंकुश प्रथम,प्रियांशी द्वितीय,परी तृतीय स्थान पर रहे।प्रतियोगिता का आयोजन प्रधानाध्यापक नितिन कुमार वर्मा की देख रेख में हुआ।विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।खण्ड शिक्षा अधिकारी बीरेंद्र सिंह पटेल व ब्लॉक व्यायाम शिक्षक अवधेश सिंह राठौर ने कार्यक्रम की सराहना की। बीईओ ने कहा कि इस तरह के कार्य क्रम प्रत्येक विद्यालयों में होना चाहिए।इस तरह की बनी राखियां प्राकृतिक सुरक्षा की दृष्टि से बहुत उपयोगी होती है। निर्णायक की भूमिका में सहायक अध्यापक पंकज यादव रहे। विजेता बच्चों को विद्यालय परिवार की तरफ से पुरुस्कृत किया गया। प्रतियोगिता को सफल बनाने में विद्यालय स्टाफ का पूर्ण सहयोग रहा।