इंसान को इमाम की सीरत पर अमल करना चाहिए – मौलाना वकार काज़मी
इटावा। बीमारे कर्बला इमाम जैनुल आबेदीन की याद में अंजुमन हैदरी इटावा के बैनर तले मौलाना अनवारुल हसन जैदी की अध्यक्षता में दरगाह हज़रत अब्बास महेरा पर 42वीं सालाना मजलिस का आयोजन किया गया, शिया समाज ने चौथे इमाम बीमारे कर्बला हज़रत जैनुल आबेदीन अस. के ताबूत की जियारत बरामद की।
मौलाना वकार अहमद काज़मी बिहार ने मजलिस में तकरीर करते हुए कहा इमाम का अमल इसलिए है कि हम उस पर अमल करें। इमाम की सीरत पर अमल करना चाहिए। इंसान जब ख़ौफ़ में होता है तो शैतान हावी होने की कोशिश करता है। इमाम फरमाते हैं जब इंसान ख़ौफ़ में हो तो वह सच बोले। इमाम जैनुल आबेदीन का कर्बला में शहीद न होना भी चमत्कार है। तभी कर्बला और इस्लाम बच सका। इमाम जैनुल आबेदीन ने कर्बला के बाद 35 साल अपनी जिम्मेदारी को निभाया। कर्बला की शहादतों को इमाम ने देखा और पूरी जिंदगी कर्बला और शाम के मंजर को याद करके रोते रहे। दुश्मनों ने चौथे इमाम हज़रत जैनुल आबेदीन को जहर देकर शहीद कर दिया।
मजलिस के दौरान राहत अक़ील, शावेज़ नक़वी, राहिल सगीर, हिम्मत रज़ा ताबूत और शब्बर अक़ील अलम को मस्जिद से दरगाह मौला अब्बास तक लेकर लाये। जहां पुरुषों के बाद महिलाओं ने ताबूत की जियारत की। ग्वालियर मध्य प्रदेश से आये डा. पीके गुप्ता ने बेहतरीन कलाम और उनके पुत्र मोहित गुप्ता ने बीमारे कर्बला की शान में दर्दभरी नोहाख्वानी कर उपस्थित लोगों को रोने पर मजबूर कर दिया।सालाना मजलिस में तस्लीम रजा, सलीम रजा, जहूर नक़वी, जाफ़र ईरानी, असद जाफ़र ने सोजख्वानी की, जाफ़र ईरानी, तनवीर हसन, राहिल सगीर ने नोहाख्वानी की। सलमान रिज़वी, तालिब रिज़वी, आबिद रज़ा ने कलाम पेश किए। राहत हुसैन रिजवी, शावेज़ नक़वी ने करती है मातम बपा अंजुमने हैदरी की सदा पढ़ी। आरिफ हैदर लखनऊ ने संचालन का दायित्व निभाया। सालाना मजलिस में हाजी कमर अब्बास नक़वी, हाजी अरशद मरगूब इन्तिज़ार नक़वी, हसन मेहदी शहज़ादे, अश्शू रिज़वी, अमीर हैदर जाफ़री, मो. मियां, शारिक सगीर शानू, मुशीर हैदर, सोनू नक़वी, शब्बर अक़ील, अब्बास एड., जीशान हैदर, समर, राहिल, हम्माद, परवेज हसनैन, राजा, अली मेहदी, तहसीन रजा, अख्तर अब्बास, इबाद रिज़वी, समर अब्बास, अबरार हुसैन, रज़ी हैदर, ताबिश रिज़वी, नजमुल हसन, अली साबिर, अहमर जाफ़री, राहिल, अयाज हुसैन, अली साबिर, शादाब हसन, सुहेल, राशिद, जुनैद, मुहब्बे अली, फ़ातिक, सफीर हैदर, शौजब रिज़वी, ताजदार हुसैन, आसिम रिजवी, शारिब, एहतिशाम हुसैन, राशिद, मो. अहमद, शारू, जावेद, मो. अतीक, आले रज़ा नक़वी सहित बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया।