रस्मो-रिवाजों को बलाए ताक रखते सावन महीने में आयोजित हुआ “विवाह”
*संविधान की शपथ दिलाई गई *पूर्व एडवोकेट जनरल हुए शामिल

फोटो:- अनोखे विवाह में वर कन्या को आशीर्वाद देते राजबहादुर सिंह यादव एडवोकेट और खादिम अब्बास
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जसवंतनगर (इटावा)। सामाजिक रस्मो- रिवाज शगुन, मुहूर्त तथा अन्य परंपराओं को बलाए ताक रखते हुए सावन के महीने में एक जोड़े को वैवाहिक बंधन में बुधवार को जसवंतनगर कस्बे के रेलमंडी इलाके के एक मैरिज होम में बांधा गया।
इलाके के ‘चक’ गांव निवासी राम बहादुर सिंह की बेटी स्वरांजलि के हाथों को बिजनौर जनपद के सौरभ कुमार के हाथों में सौंपा गया।
इस अनोखे विवाह के जरिए उन्हें दांपत्य जीवन में बांधने के लिए उत्तर प्रदेश के पूर्व एडवोकेट जनरल राज बहादुर सिंह यादव एडवोकेट और इटावा में एक अखबार निकालने वाले प्रखर पत्रकार/राजनैतिक शख्सियत खादिम अब्बास भी मौजूद थे। इन दोनों ने वर कन्या को एक दूसरे का जीवन भर साथ देने के लिए संवैधानिक शपथ भी दिलवाई। अपना आशीर्वाद भी दिया।
मौजूद इन दोनों ने कहा कि गरीबों के लिए रस्मों- रिवाजों को निभाना आज के जमाने में बड़ा ही दुष्कर है। अतः इस तरह की शादियां नमूना है और इन्हें अपनाया जाना चाहिए।
नई परंपराओं को नगर में शुरू कराने के लिए प्रयासरत रहने वाले और पालिका चुनाव में अध्यक्ष पद के दावेदारों में शुमार रहे प्रो डॉ धर्मेंद्र कुमार ने इस विवाह कार्यक्रम में स्वयं के कंधे पर अनेक जिम्मेदारियां ली, जिनके लिए राजबहादुर एडवोकेट तथा खादिम अभ्यास ने उन्हें बधाई और भविष्य में ऐसे उदाहरण पेश करते रहने की शुभकामनाएं दी।
इस कार्यक्रम में कन्या के चाचा अटलबिहारी के अलावा परिजन, रिश्तेदार तथा सैकड़ों लोगों के साथ रमेश प्रजापति ,प्रशांत यादव, डॉ ओम प्रकाश, राकेश बाबू ,आदि शिक्षक गण बाबूराम, रामअवतार, रंजीत सिंह , ब्रह्मानंद, मुन्ना भाई आदि लोगों ने वर वधू को आशीर्वाद प्रदान किया।।
बौद्ध भिक्षु सुमित रतन भंते ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। उन्होंने वर-कन्या को आशीर्वाद प्रदान किया तथा संपूर्ण विश्व के कल्याण हेतु बुद्ध भगवान से प्रार्थना की। *वेदव्रत गुप्त
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