बारिश के मौसम में पड़ रही उमस भरी गर्मी, पसीना-चिपचिपापन कर रहा परेशान
बारिश के मौसम में पड़ रही उमस भरी गर्मी, पसीना-चिपचिपापन कर रहा परेशान
रिपोर्ट – आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता
औरैया। जिले में हल्की बारिश होने पर उमस भरी गर्मी पड़ती है और लोगों की गर्मी की दोहरी मार पड़ने लगती है.देश के ज्यादातर राज्यों में गर्मी का प्रकोप जारी है. इस बीच मानसून की वजह से बारिश भी हो रही है और इस कारण लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है.बारिश में कई बार आसमान में सूरज भी नहीं होता है.बादल छाए रहते हैं लेकिन पसीने और चिपचिपेपन से लोगों की मुश्किल बढ़ जाती है. मौसम में नमी लोगों के लिए परेशानी बन जाती है. हालांकि, बारिश की वजह से तापमान में तो गिरावट आती है लेकिन उसका कुछ खास फायदा नहीं मिलता है.
▪️बारिश के मौसम में उमस भरी गर्मी क्यों?
गौरतलब है कि हल्की बारिश जब भी होती है तब उमस बढ़ जाती है. मई-जून के महीने में ज्यादा गर्मी पड़ने की वजह से मौसम बहुत शुष्क बना जाता है. इस वजह से वातावरण में नमी भी कम हो जाती है. लेकिन ऐसे में जब भी बारिश होती है तो वह राहत नहीं बल्कि परेशानी लेकर आती है.
▪️ मानूसन के दौरान गर्मी की दोहरी मार
जान लें कि बारिश की बूंदे जब तपती पृथ्वी पर पड़ती हैं तो भाप निकलने लगती है. फिर ये भाप नमी को वातावरण में बढ़ा देती है. इसकी वजह से तापमान थोड़ा गिर जाता है लेकिन उससे कोई राहत नहीं मिलती है. इसकी वजह से बारिश बंद होने के बाद हमें नमी और बढ़ते तापमान दोनों की मार झेलनी पड़ती है.
▪️गर्मी में क्यों आता है पसीना?
आप ये भी सोचते हैं कि जब गर्मी उमस भरी है और वातावरण में नमी है तो पसीना क्यों आता है? जान लीजिए कि इसका कारण भी वातावरण में मौजूद नमी है. पसीना अगर आपको आता है तो यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है. इंसान की बॉडी का सामान्य तापमान 37 डिग्री सेल्सियस होता है. जब भी तापमान इससे ज्यादा होता है तो बॉडी को ठंडा रखने के लिए शरी पसीना छोड़ता है. जब आपके शरीर से पसीना निकलता है तो बॉडी का तापमान सामान्य हो जाता है।