सत्य पथ पर चलने वालों को होती है, भगवत-प्राप्ति : हरे कृष्ण शास्त्री
*बीएसजी फार्म में मद भागवत कथा का आयोजन
फोटो:- जसवंत नगर के बीएसजी फार्म में चल रही मद भागवत कथा में प्रवचन करते भागवताचार्य डा. हरे कृष्ण शास्त्री
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जसवंतनगर (इटावा)। यह पृथ्वी सत्य की शक्ति पर टिकी हुई है। सत्य बोलने वालों को जीवन में कष्ट भले ही आएं ,मगर अंत में उनकी भगवान न केवल रक्षा करते हैं , बल्कि सत्य बोलने वालों को अवश्य ही भगवान की प्राप्ति होती है।
यह बात सुप्रसिद्ध भागवताचार्य डॉ हरे कृष्ण शास्त्री ‘शरद’ जी महाराज वृंदावन वालों ने यहां बीएसजी फार्म में चल रही भागवत कथा के अपने प्रवचनो में कही है।।
श्रीमद् भागवत महात्म्य पर चर्चा करते उन्होंने बताया कि सत्य पथानुगामी दुष्कर जीवन का सामना भले ही करें, मगर ईश्वर की प्राप्ति उन्हें निस्कंटक होती है। बताया कि भगवान राम और सीता ने जीवन भर बहुत से संकटों और परीक्षाओं का सामना किया, मगर वह सत्य पथ पर चलते रहे, इसीलिए जग विजई रावण पर उन्हें विजय प्राप्त हुई। सत्य के पथ पर चलकर ही भगवान कृष्ण ने कंस का वध और कौरवों का सर्वनाश किया था।
शरद जी ने कहा कि राम राम सत्य का महत्व हमारे जीवन में अंत समय तक रहता है, जब हम अंतिम यात्रा पर निकलते हैं, तब हर किसी के मुंह से राम राम सत्य के स्वर निकलकर हम जीवित प्राणियों को संदेश देते है कि इस जीवन में हम सत्य को अपनाएं और इसी के बल पर भगवान द्वारा प्रदान किया गया अमूल जीवन को जिए।
हरे कृष्ण शास्त्री वृंदावन के देश भर में प्रसिद्ध सरस भागवत कथावाचक हैं। उनकी भागवत कथा का आयोजन यहां नगर में संतोष कुमार, सचिन कुमार गुप्ता बर्तन वालों ने कराया है। कथा के पहले दिन महाराज जी ने कहा कि भागवत कथा हमारा ईश्वर से साक्षात मिलन कराती है। वह लोग धन्य हैं ,जो कथा का आयोजन करते हैं तथा वह भी धन्य होते हैं ,जो नियमित रूप से आयोजित कथा के प्रवचन सुनने पहुंचते हैं।
भागवत कथा में 5 जून को शुकदेव पूजन, विदुर चरित्र, 6 जुलाई को ध्रुव चरित्र, भरत चरित्र प्रहलाद चरित्र, 7 जुलाई को बालि वामन प्रसंग, राम जन्म, कृष्ण जन्मोतव, 8 जुलाई को गिर्राज उत्सव, छप्पन भोग, 9 जुलाई को महारास उद्धव गोपी संवाद ,रुक्मणी विवाह तथा अंतिम दिन 10 जुलाई को सुदामा चरित्र नव योगेश्वर संवाद शुक देव जी की विदाई ,हवन एवं पूर्णाहुति होगी। महाप्रसाद 10 जुलाई को शाम 4:00 बजे से प्रभु इच्छा तक चलेगा।
भागवत कथा में संतोष गुप्ता, सरला गुप्ता, परीक्षत हैं। सचिन गुप्तालक्ष्मी गुप्ता यजमान हैं।प्रमोद गुप्ता, दिनेश गुप्ता, राकेश गुप्ता, अनिल गुप्ता, सुबोध गुप्ता, प्रिंस गुप्ता, उन्नति गुप्ता, प्रदीप गुप्ता, अनूप गुप्ता, राजीव गुप्ता, संजय गुप्ता ,मनोज गुप्ता, आलोक गांगलस, संदीप गांगलस नवीन गुप्ता, रोबिन ,आशीष के अलावा नगर के बड़ी संख्या में श्रद्धालु व्यवस्था में जुटे हैं।
*वेदव्रत गुप्ता
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