गोशाला से 60 टैग लगे गोवंशी लापता, अधिकारी मृत स्वीकारने को तैयार नहीं
चकरनगर, इटावा! विकास खण्ड चकरनगर की सहसों गोशाला से 90 में से टैग लगे 60 गोवंशी लापता है। लापता गोवंशियों के मृत होने की बात अधिकारी स्वीकारने को तैयार नहीं है, जबकि ग्रामीण एक सैकड़ा से अधिक गोवंशी मरने का दावा ठोक रहे हैं। गोशाला में 30 टैग लगे गोवंशियों के साथ 27 अन्य को संरक्षित किया गया है। पिछले वर्ष भर से गोशाला में मरने वाले गोवंशियों को कुत्तों के नोच नोच कर खाने से ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। ग्रामीणों ने ट्वीट के माध्यम से मुख्यमंत्री सहित नेता प्रतिपक्ष व आला अधिकारियों एवं न्यूज चैनल को टैग कर समूचे मामले में जांच कर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
पशु चिकित्सक राहुल कुमार के मुताबिक सहसों गोशाला में 90 गोवंशियों के टैग लगाए गए थे, लेकिन जांच में टैग लगे मौके पर मात्र 30 गोवंशी पाए गए। 60 लापता गोवंशियों को अधिकारी मृत मानने को तैयार नहीं है। लापता गोवंशी पशु चिकित्सक के मुताबिक बाउंड्री वाल छोटी होने के कारण बाहर निकल गए। लेकिन ग्रामीण अश्वनी राजौरिया, शक्ति कुशवाहा, मान सिंह, राजेश यादव, रामकेश यादव के मुताबिक एक वर्ष में एक सैकड़ा से अधिक गोवंशी भूख प्यास से तड़पकर दम तोड़ चुके है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि व सचिव के मुताबिक गोवंशियों के लिए सरकार के द्वारा तीस रुपये प्रति दिन के हिसाब से दिया जाता है। लेकिन जांच करने पहुंचे खंड विकास अधिकारी विवेक कुमार ने बताया कि हरी घास व दाना के लिए ग्राम सचिव के खाते में 2.70 लाख रुपये भेजे गये थे। ग्राम सचिव ने लापरवाही के चलते हरा चारा के लिए खाते से एक भी रुपये खर्च नहीं किया। इधर गोशाला में बंद टैग सहित अन्य गोवंशी चारा पानी के अभाव में कमजोर होकर दम तोड़ रहे है। मरने वाले गोवंशियों को कॉउ केयरटेकर नदा गांव जाने वाले रास्ते में खुले में फेक देता है। जिसकी दुर्गंध से आसपास के गांव में बीमारी फैलने की आशंका जाहिर की जा रही है। -लापरवाही के चलते ग्राम पंचायत सचिव को मुख्य विकास अधिकारी के द्वारा निलंबित कर दिया गया है। -दीन दयाल वर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी।