राजवाह में पानी ना आने से किसानो के माथे पर चिंता की लकीरें झलकने लगी 

 

ऊसराहार, इटावा! गांगसी और वांसक रजबाहो मे पानी न आने से किसानो के माथे पर चिंता की लकीरें झलकने लगी है इस समय किसानो को धान की पौध रोपाई के लिए पानी की बहुत आवश्यकता है लेकिन ताखा क्षेत्र से गुजरे दोनो बंबे पिछले कई दिनो से सूखे पडे है किसानो ने जिलाधिकारी से रजवाहो मे शीघ्र पानी छुड़वाने की मांग की है!

ताखा क्षेत्र धान की पैदावार के लिए जाना जाता है ताखा मे किसान जमकर धान की फसल करते हैं धान की फसल के लिए ताखा मे किसानो के सहायक ताखा क्षेत्र से गुजरे गांगसी और वांसक रजबाह है इन दोनो बंबो के पानी से किसान धान की फसल बहुत आराम से कर लेते हैं लेकिन इस समय यही दोनो बंबे किसानो को चिंतित किए हुए हैं कारण है दोनो बंबो मे पानी का न होना कुरखा के किसान निर्भय शुक्ला समथर के किसान प्रवीण शुक्ला कठौतिया के किसान भगवान दास व जसवीर सिंह सचिन कुमार ने बताया ताखा क्षेत्र मे गुजरे दोनो बंबो मे पिछले कई दिनो से पानी नही आ रहा है जिससे किसानो के खेत सूखे पडे है जबकि इस समय खेतों मे धान की फसल के लिए धान की पौध तैयार करनी है पौध तैयार करने के लिए खेतों मे काफी पानी चाहिए है लेकिन इस समय बंबो मे पानी न आने के कारण किसान पौध की रोपाई नही कर पा रहे हैं यदि शीघ्र ही बंबो मे पानी न छोडा गया तो पौध रोपाई मे देरी हो जाएगी और किसान अपनी पसंदीदा फसल करने के लिए लेट हो जाएगे किसानो ने बताया ताखा क्षेत्र मे फसलो के लिए पानी की सिचाई ज्यादातर बंबो के सहारे ही होती है लेकिन इस बार फसल को देखकर पानी समय पर नही छोडा जा रहा है किसानो ने बताया धान के अलावा मक्का और ढेंचा की फसल भी पानी न मिलने से सूखने की कगार पर आ गई है ताखा क्षेत्र मे सबसे ज्यादा सारस और मोर भी पाए जाते हैं उनके पानी के लिए भी सहारा बंबे ही है सरसईनावर झील मे भी गांगसी रजबाह से ही पानी भेजा जाता है ऐसे मे बंबो मे पानी न आने से पशु पक्षी भी बेहाल है किसानो ने जिलाधिकारी से दोनो रजबाहो मे तत्काल पानी छोडे जाने की मांग की है इस संबध मे उपजिलाधिकारी ताखा देवेन्द्र कुमार पांडेय ने बताया दोनो रजवाहो मे किसानो की समस्या को देखते हुए शीघ्र पानी छोडे जाने के लिए सिचाई विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया जा रहा है!

 

 

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