परसौआ गांव में हर घर बुखार की चपेट, स्वास्थ्य विभाग बेखबर
*गुस्साए लोगों नारेवाजी की *हर तरफ गंदगी और जलभराव
फोटो :परसोआ गांव में चल रहे विचित्र बुखार को लेकर नाराजगी प्रकट करते गांव के लोग तथा गांव में गंदगी और जलभराव का प्रकोप
जसवंतनगर(इटावा)। क्षेत्र के परसौआ गांव इन दिनों विचित्र बुखार की चपेट में है। घर-घर लोग बीमार हैं।स्वास्थ्य विभाग ने गांव में बुखार फैलने को लेकर कोई ठोस बंदोबस्त नहीं किया है। बीमारी का प्रकोप इस हद तक है कि परिवार का एक सदस्य ठीक होता,तो दूसरा बुखारग्रस्त हो जाता है।
गांव गई पत्रकारों की टीम को हालात चौंकाने वाले दिखे।संचारी रोगों के प्रकोप के प्रति सतर्क प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग नगरीय क्षेत्रों तक सीमित और सक्रिय है, मगर ग्रामीण इलाकों में हालात के प्रति लापरवाह का नमूना परसौआ गांव हैं। कई दिनों से इस गांव के लोग निरंतर ज्वरग्रस्त हैं। ग्रामीण बताते हैं कि पिछले एक-दो महीने में दो लोग 55 वर्षीय जयवीर सिंह और 20 वर्षीया अंजली की मौत हो चुकी है।
बताया गया है कि गांव में मच्छरों का जबरदस्त प्रकोप है।इन प्रति स्वास्थ्य विभाग ने ठोस कदम नहीं उठाया है और न ही किसी एंटी लार्वा स्प्रे दवा का छिड़काव ही कराया है।
पूरे गांव में असंतोष व्याप्त है।
राजेश कुमार, पवन कुमार, अनुभव, देवेंद्र कुमार, सुरजीत सिंह, कुशलपाल, दिनेश यादव, बेचे लाल, अशोक कुमार उमेश सहित सैकड़ों बीमार हो चुके हैं। अभी भी कुछ लोग अस्पताल में भर्ती है और कुछ का घरों में इलाज चल रहा है। कई लोगों को इटावा ,आगरा आदि के अस्पतालों में इलाज कराना पड़ा है या अभी भी चल रहा है।काफी पैसा फुक रहा है। बीमारी ग्रस्त बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहें।
महिलाओं ने बताया कि अब तक स्वास्थ्य विभाग की टीम।ने आकर डेंगू या मलेरिया की कोई जांच भी नहीं की है। इस वजह से बुखार की इस बीमारी को लोग विचित्र बुखार ही मानकर अपने हाल पर जी रहे हैं। जसवंतनगर की सी एच सी के प्रभारी डॉ सुशील कुमार का कहना है की गांव में बदलते मौसम के चलते ग्रामीणों को वायरल बुखार हो सकता है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से ग्रामीणों की लगातार डेंगू, मलेरिया की जांच कराई गई है। एंटी लार्वा व फॉगिंग भी कराई है। हालांकि अभी तक किसी मरीज में डेंगू व मलेरिया की पुष्टि नहीं हुई है।
-वेदव्रत गुप्ता