गुरू विश्वामित्र की आज्ञा के बाद भगवान राम ने किया अजगव का खंडन
* सूर्योदय के बाद तक चला लक्ष्मण परशुराम संवाद
औरैया/अजीतमल : राम लीला के मंचन मे भगवान श्री राम ने गुरु विश्वामित्र की स्तुति कर आज्ञा लेकर भगवान शिव के धनुष का खंडन किया तत्पश्चात लक्षमण परशुराम संवाद शुरू हुआ जो सूर्योदय के बाद तक चलता रहा परशुराम द्वारा भगवान राम की स्तुति के बाद लीला का समापन हुआ
देर रात कस्बे के भटा रोड पर वीरांगना अवंतीबाई विद्यालय के पास राम लीला का आयोजन किया गया। लीला का शुभारंभ उपजिलाधिकारी अखिलेश कुमार सिंह व जिला पंचायत सदस्य सोनू सेंगर ने किया इस दौरान अध्यक्ष रानी पोरवाल, एडवोकेट शेष नारायण सक्सेना, प्रदीप मिश्रा,अरविंद सिंह सेंगर, रविंद्र शास्त्री , अंपू राजावत, धनपत सोनी,पूर्व सभासद लाल जी पोरवाल, द्वारा भगवान की आरती की गई, तत्पचात राम द्वारा धनुष का खण्डन किया गया और लक्ष्मण-परशुराम संवाद शुरू हुआ जिसे लोगो ने सुबह तक देखा और आनंद लिया परशुराम की भूमिका में कानपुर से आये जितेंद पांडेय ने कहा कि प्रभु की लीला जहां होती है वहां भक्त होते है। भक्त में भक्ति होती है। और भक्ति विश्वास होती है। विश्वास ही भगवान का रूप है। अर्थात विश्वास और भक्तिभाव से मनन, चिंतन करने पर प्रभु की प्राप्ति होती है। वहीं लक्ष्मण की भूमिका में कानपुर से आये सुरेश त्रिपाठी ने लीला के माध्यम से बताया कि आज प्राणी, भगवान की पूजा को कर्म मानकर कर रहा है। जिस दिन इसे कर्म नहीं बल्कि समर्पण भाव से शुरू कर दोगे उस दिन भगवान को खोजना नही पड़ेगा बल्कि भगवान स्वयं आपके सन्मुख होंगे। भगवान राम की भूमिका में कानपुर से आये शैलेन्द्र शुक्ला ने मातापिता की सेवा को श्रेयस्कर बताया। वही कार्य क्रम मे पधारे हास्य कलाकार पिंटू का अभिनय भी रात भर लोगो को उसने पर मजबूर करता रहा कार्यक्रम की व्यवस्था मे शेषनारायण सक्सेना, पप्पी तिवारी, किशन कुमार शुक्ला, रवींद्र शास्त्री, मदन गुप्ता, गुरुदयाल पोरवाल, उमेश तिवारी , पिंकू दुबे , अंकित गुप्ता , राजू गुर्जर आदि का सहयोग रहा ।