इटावा -बढ़पुरा ब्लॉक के मड़ैया बढ़पुरा गांव में घड़ियाल इकोलॉजी प्रोजेक्ट व वन विभाग( चम्बल सेन्चुरी विभाग) के सहयोग से चंबल जलीयजीव संरक्षण शिक्षा कार्यक्रम का हुआ आयोजन
इटावा -बढ़पुरा ब्लॉक के मड़ैया बढ़पुरा गांव में घड़ियाल इकोलॉजी प्रोजेक्ट व वन विभाग( चम्बल सेन्चुरी विभाग) के सहयोग से चंबल जलीयजीव संरक्षण शिक्षा कार्यक्रम का हुआ आयोजन ।।
घड़ियाल इकोलॉजी प्रोजेक्ट ,मद्रास क्रोकोडायल बैंक ट्रस्ट व उत्तर प्रदेश वन विभाग,( चम्बल सेन्चुरी विभाग ) के संयुक्त तत्वाधान में ग्राम मड़ैया बढ़पुरा में चम्बल नदी वन्यजीव जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम को संचालित करते हुए डॉ आशुतोष त्रिपाठी (घ,ई, प्रो) ने लोगों (ग्राम वासियो) को जागरूक करते हुए घड़ियाल, मगरमच्छ, डॉल्फिन, कछुए आदि जलीय जीवों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि विलुप्त होते जा रहे इन जलीय जीवों को बचाना बहुत महत्वपूर्ण है, अगर ये ना रहे तो हमारा अस्तित्व भी संकट में आ जायेगा। डॉ त्रिपाठी ने ग्रामीणों को बताया कि जलीय जीव हमारे जीवन का हिस्सा है इनसे हमें कोई खतरा नही है । बस हमे इनके अंडे देने के स्थान को कोई नुकसान नही पहुँचाना चाहिए। कार्यक्रम में उपस्थित श्री ओम प्रकाश बघेल (फोरेस्टर, चम्बल सेंक्चुरी) ने लोगो से वन्य जीव संरक्षण में अपना सहयोग देने की अपील की और गांव में अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने को कहा। ग्रामीणों के सवाल का जबाब देते हुए उन्होंने बताया कि मगर आक्रामक जीव तो हैं लेकिन कुछ सावधानी रखते हुए हम किसी अप्रत्याशित दुर्घटना से बच सकते हैं। श्री धर्मेंद्र कुमार ( बीट प्रभारी) ने बुजुर्गों से कहा कि आप अपने परिवार के बच्चो को वन्य जीव के बारे में किस्से कहानियों के माध्यम से बताकर इनके बारे में जागरूक करे, पृथ्वी पर इनकी जरूरत उतनी ही है जितनी हमारी है ये जलीय जीव दुनिया मे खत्म हो रहे है और इन्हें बचाना हम सबका का कर्तव्य है, इसके साथ ही डॉ त्रिपाठी ने ग्रामीणों को जागरूक करते हुए वन्यजीव मानव संघर्ष के बारे में बताते हुए कहा कि कोई भी जानवर हमारा दुश्मन नही है, इनसे अपने आपको बचाये रखने के लिए इनके प्राकृतिक आवास के साथ कोई छेड़छाड़ न करें क्योंकि ये हमलावर तभी होते है जब हम और आप इनके नेस्टिंग साइड पर जाते है या इन्हें परेशान करते है । इस कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ आशुतोष त्रिपाठी , श्री ओम प्रकाश बघेल(फोरेस्टर), श्री धर्मेंद्र कुमार (बीट प्रभारी), रघुवीर सिंह, विजय सिंह, रामकृष्ण, बादशाह, जनक सिंह, आदि का विशेष योगदान रहा ।