किताबों के विवाद पर सलमान खुर्शीद ने दी सफाई,बोले:- हिंदू धर्म से कष्ट होता तो क्यो जाता धार्मिक कार्यक्रमो में
सम्भल- किताबों के विवाद पर सलमान खुर्शीद ने दी सफाई,बोले:- हिंदू धर्म से कष्ट होता तो नहीं जाता धार्मिक कार्यक्रमो में… विश्व शांति की बात करने वाला धर्म है हिंदू धर्म…
उतंत्र प्रदेश के संभल के ऐचोड़ा कम्बोह में चल रहे पांच दिवसीय कल्कि महोत्सव में पहुंचे कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब को लेकर खड़े हुए विवाद के बाद आज कल्कि महोत्सव के धार्मिक कार्यक्रम में पहुंचने पर सफाई दी है। सलमान खुर्शीद ने किताब पर पाबंदी की बात करने वालों के लिए कहा कि उन्हें शायद संविधान की जानकारी नहीं है। मैं इस समय कल्कि महोत्सव में हूँ और कल्कि महोत्सव का मतलब मानवता और हिन्दू धर्म से है। मुझे हिंदू धर्म से कष्ट होता तो मैं आज कल्कि महोत्सव में नहीं होता। मैं यहां आया हूं और पहली बार नहीं आया हूं। हर साल आता हूं और इसलिए आता हूं क्योंकि मैं यह मानता हूं कि हिंदू धर्म एकउ व्यापक,एक हसीन,असीम,मन को शांति देने वाला और विश्व शांति की बात करने वाला धर्म है। मैं इसमें विश्वास रखता हूं तो किसी को मुझसे आपत्ति है तो इससे भी आपत्ति होगी। तो ऐसा व्यक्ति जो धार्मिक कार्यक्रमों में जाता है और हिंदू साथियों के साथ बैठता है और उनको सहयोग देता है और आशीर्वाद लेता है तो ऐसा व्यक्ति हिन्दू धर्म का दुश्मन नही हो सकता। लेकिन मुझे ऐसा लगता है हिंदू धर्म के कुछ दुश्मन बीच में घुस गए हैं जो हिंदू धर्म को प्रदूषित कर रहे हैं और हिंदू धर्म का नाम इस्तेमाल कर रहे हैं। किताब में हिन्दुतत्व की तुलना आईएसआईएस से करने पर कहा कि आईएसआईएस और बोको हरम धर्म का दुरुपयोग करता है और वह धर्म इस्लाम धर्म है। सलमान खुर्शीद ने कहा कि मैंने किताब में यह तुलना नहीं की कि बिल्कुल वैसे ही है और न ही मैंने यह लिखा है कि यह भी अरबी बोलते हैं और वह भी हर भी बोलते हैं…बल्कि मैंने सिमलर शब्द का प्रयोग करते हुए उनके जैसा कहा है… मैंने उसमें सेम शब्द नहीं कहा है। वही *सलमान खुर्शीद ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि मुझे आज अफसोस है कि मैंने इस किताब को अंग्रेजी में लिखा है। मुझे बेचारे थोड़ा सा अंग्रेजी में कमजोर लगते हैं लेकिन मैं कहता हूं कि अगर समझ में नहीं आ रहा है तो अनुवाद करा लें।