चरण सिंह कॉलेज हैंवरा में आयोजित हुई इटावा के समृद्ध इतिहास पर राष्ट्रीय संगोष्ठी
*उद्घाटन सत्र में सैफई पीजीआई के कुलपति का संबोधन *डॉ रमाकांत, कुश चतुर्वेदी ने विचार व्यक्त किया *प्राचार्य डॉक्टर शैलेंद्र कुमार के संयोजन में आयोजित
EditorMarch 18, 2024
चरण सिंह कॉलेज हैंवरा में आयोजित हुई इटावा के समृद्ध इतिहास पर राष्ट्रीय संगोष्ठी
______
फोटो:- चौधरी चरण सिंह पीजी कॉलेज हैंवरा में इटावा के समृद्ध विकास पर आयोजित संगोष्ठी में भाग लेते कुलपति प्रोफेसर प्रभात कुमार, उप कुलपति डॉक्टर रमाकांत यादव, प्राचार्य डॉक्टर शैलेंद्र शर्मा तथा डॉक्टर कुश चतुर्वेदी
______
सैफई/जसवंतनगर(इटावा)।छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर द्वारा प्रायोजित “इटावा परिक्षेत्र के समृद्ध इतिहास का अन्वेषण” विषयक दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का अयोजन चौधरी चरण सिंह पीजी कॉलेज हेबरा इटावा में सोमवार से शुरू हुआ।
यह संगोष्ठी इतिहास विभाग द्वारा कालेज के प्राचार्य प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा के संयोजन में आयोजित की जा रही है ।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो प्रभात कुमार , विशिष्ट अतिथि प्रति कुलपति प्रो रमाकांत यादव एवम मुख्य अतिथि सी एस जे एम विश्वविद्यालय कानपुर के निदेशक महाविद्यालय विकास परिषद प्रो राजेश द्विवेदी द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन करके किया गया ।
उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता प्रो द्विवेदी द्वारा की गई । सत्र का विषय प्रवर्तन प्राचार्य प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा द्वारा इटावा के इतिहास पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डालते हुए किया गया । उन्होंने कांस्य युगीन सभ्यता से लेकर आधुनिक भारतीय इतिहास के इटावा के परिप्रेक्ष्य में इतिहासिक विचार प्रस्तुत किए । मुख्य वक्ता के रूप में डॉ कुश चतुर्वेदी ने इटावा के साहित्य के बारे में चर्चा करते हुए यहां के रीतिकालीन कवि देव और गंग तथा समकालीन कवि और गीतकार गोपाल दस नीरज की कविताओं के बारे में प्रकाश डाला।
हिंदी नाट्य साहित्य के प्रसिद्ध लेखक और आलोचक उदय शंकर भट्ट और बाबू गुलाब राय के बारे में अपने विस्तृत विचार व्यक्त किए ।
विशिष्ट अतिथि प्रति कुलपति प्रो रमाकांत यादव ने इटावा की जमुना पारी बकरी के बारे में विस्तृत परिचर्चा की । इसके साथ ही मुख्य अतिथि कुलपति ने अपने उद्बोधन में इटावा की सांस्कृतिक विरासत एवम नुमाइश प्रदर्शनी तथा महापुरुषों के बारे में अपने विचार व्यक्त किए ।
इसी के साथ प्रथम उद्घाटन सत्र का समापन किया गया ।
मंगलवार को भी गोष्टी जारी रहेगी और समापन होगा, जिसमें कई वक्ता अपने विचारव्यक्त करेंगे।
______वेदव्रत गुप्ता
EditorMarch 18, 2024