जेल वाले सैयद बाबा का सालाना उर्स सम्पन्न -महफिले समां के साथ दरगाह पर चादरें पेश हुईं
इटावा। स्व. बशीर अहमद नियाजी मेवाती टोला द्वारा स्थापित हज़रत नूर अली जेल वाले सैयद बाबा का दो दिवसीय सालाना उर्स मुबारक का देर रात्रि में हज़रत नूर अली जेल वाले सैयद बाबा के कुल शरीफ के साथ समापन हो गया।
दरगाह हज़रत नूर अली जेल वाले सैयद बाबा कमेटी के अध्यक्ष वसीम अहमद नियाजी जिम्मी बशीर व सेकेट्ररी इख्तियार अहमद मोनू बशीर की देखरेख में सालाना उर्स मुबारक सैयद एजाज हुसैन, हाफिज मोहम्म्द अहमद चिश्ती, हाफिज फैजान चिश्ती के संचालन में अदबो एहतराम के साथ सम्पन्न हो गया। उर्स के अंतिम दिन जेल वाले सैयद बाबा की दरगाह पर ग़ुस्ल हुआ। इसके बाद स्व. बशीर अहमद नियाजी के मकान मेवाती टोला से मोनू बशीर, पप्पू बशीर, सोनू बशीर, जिम्मी बशीर की देखरेख में अदबो एहतराम से चादर उठीं जिन्हें भोलन शहीद बाबा की दरगाह, कचहरी वाले सैयद बाबा की दरगाह, मोतीझील वाले सैयद बाबा की दरगाह के साथ जेल वाले सैयद बाबा की दरगाह पर पेश किया गया। रात में जेल वाले सैयद बाबा की दरगाह पर महफिले समां का आयोजन किया गया जिसमें सलीम झंकार कव्वाल ग्वालियर, मतलूब नियाजी कव्वाल शमशाबाद फर्रुखाबाद ने महफिले समां में बेहतरीन कलाम पेश कर जमकर वाहवाही हासिल की। उर्स के दौरान दरगाह पर श्रद्धालुओं के लिए लंगर का भी इंतजाम किया गया। उर्स की व्यवस्था में शुजा खान, रुहूल खान, चांद खां आदि का सराहनीय योगदान रहा। उर्स में इमरोज अनवर, प्रदीप जैन, चांद खां, प्रशांत शर्मा, मोहम्मद जैद, शावेज़ नक़वी, मसूद तैमूरी, वहाज अली खान निहाल, मुजफ्फर अली लड्डन सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। उर्स के समापन पर दरगाह कमेटी के अध्यक्ष वसीम अहमद नियाजी जिम्मी बशीर व सेकेट्ररी इख्तियार अहमद मोनू बशीर ने कव्वालों व श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया।