जेल वाले सैयद बाबा का उर्स ग़ुस्ल व चादर पोशी के साथ हुआ शुरू -महफिले समां में कव्वालों ने पेश किए बेहतरीन कलाम
इटावा। स्व. बशीर अहमद नियाजी मेवाती टोला द्वारा स्थापित हज़रत नूर अली जेल वाले सैयद बाबा का दो दिवसीय सालाना 52वां उर्स मुबारक पूरी शानो शौकत और उत्साह के साथ शुरु हुआ। उर्स का शुभारंभ हज़रत नूर अली जेल वाले सैयद बाबा के ग़ुस्ल के साथ हुआ।
दरगाह हज़रत नूर अली जेल वाले सैयद बाबा कमेटी के अध्यक्ष वसीम अहमद नियाजी जिम्मी बशीर व सेकेट्ररी इख्तियार अहमद मोनू बशीर की देखरेख में सालाना उर्स मुबारक सैयद एजाज हुसैन, हाफिज मोहम्म्द अहमद चिश्ती, हाफिज फैजान चिश्ती के संचालन में शुरू हुआ। उर्स के प्रथम दिन जेल वाले सैयद बाबा की दरगाह पर ग़ुस्ल हुआ। इसके बाद स्व. बशीर अहमद नियाजी के मकान मेवाती टोला से मोनू बशीर, पप्पू बशीर, सोनू बशीर, जिम्मी बशीर की देखरेख में चादर उठी को रेलवे रोड होती हुई जेल वाले सैयद बाबा की दरगाह पर पेश की गईं। रात में जेल वाले सैयद बाबा की दरगाह पर महफिले समां का आयोजन किया गया जिसमें सलीम झंकार कव्वाल ग्वालियर, मतलूब नियाजी कव्वाल शमशाबाद फर्रुखाबाद ने महफिले समां में बेहतरीन कलाम पेश कर जमकर वाहवाही हासिल की। उर्स के पहले दिन दरगाह पर श्रद्धालुओं के लिए लंगर का भी इंतजाम किया गया। उर्स की व्यवस्था में शुजा खान, रुहूल खान, चांद खां, इमरोज अनवर आदि का सराहनीय योगदान रहा।