विभिन्न युगों में जो नहीं मिल सका,वह सुंदर काण्ड पाठ से कलियुग में मिलता: कोकिल जी महाराज

   *नौ दिवसीय राम कथा का समापन    *दो दिवसीय रास लीला आज से

 फोटो:- खटखटा बाबा कुटिया पर राम कथा के अंतिम दिन प्रवचन करते कोकिल जी महाराज तथा जुटी भारी भीड़

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जसवंतनगर (इटावा)।14 वर्षों का वनवास  व्यतीत करने के उपरांत भगवान राम के अयोध्या लौटने, भरत मिलाप होने और भगवान राम के राज्याभिषेक के संगीतमय वर्णन के साथ यहां खटखटा बाबा की कुटिया पर पिछले 9 दिनों से बसंतोत्सव को लेकर चल रही राम कथा का शनिवार शाम को समापन हो गया।

   राम कथा के अंतिम दिन कथा पंडाल खचाखच भरा था। कथा समापन के साथ ही लोग अश्रुपूरित हो गए। उन्होंने कथाचार्य 1008 बाबा राम जी कोकिल जी महाराज को पुष्प वर्षा के साथ कथा मंच से भाव भीनी विदाई दी।
    अंतिम दिन अपने प्रवचनों में कोकिल जी महाराज ने बताया कि रामकथा में सुंदरकांड सबसे उत्तम कांड है ।पवन पुत्र हनुमान जी ने सर्वाधिक लीलाएं इसी कांड में की हैं। सुंदरकांड का पाठ करने वाला जीवन में कभी भी किसी भी कष्ट का सामना नहीं करते। यदि करते है ,तो हनुमान जी उसके कष्टों का  अवश्य ही निवारण करते हैं।
     उन्होंने कहा कि सुंदरकांड में भगवान श्री राम का नाम सुंदर है, लंका में रहकर भी विभीषण अत्यंत शुभअंकर है। भगवान का हर चरित्र इस कांड में सर्वाधिक सुंदर है। यही नहीं राम कथा के जितने भी पात्र हैं, उन सभी  पात्रों  का इसी कांड के अंदर सर्वाधिक सुंदर चरित्र वर्णित किया गया है।
कोकिल जी महाराज ने कहा कि सतयुग, त्रेता और द्वापर में संत और महात्मा हजारों वर्ष तपस्या करके जो नहीं पा सके थे, वह इस कलयुग में सुंदरकांड के पाठ करने से प्राप्त होता है।
       उन्होंने बताया कि भगवान राम का राज्याभिषेक सबसे पहले वशिष्ठ मुनि ने किया था।  श्री राम जी  का राजतिलक भरत जी ने अपनी छत्रछाया में सभी अयोध्या वासियों की उपस्थिति में कराया था। प्रथम तिलक वशिष्ठ मुनि किनहा ,फिर सब आयुष विप्रन दीना। भगवान राम ने गुरु वशिष्ठ और मुनियों के आशीर्वाद से ही  राज्याभिषेक के बाद अयोध्या में राम राज्य स्थापित किया था, जिसकी आज भी लोग कल्पना करते हैं।
     9 दिनों से चल रही कथा के समापन पर खटखटा बाबा कुटिया के महंत मोहन गिरी महाराज और उपमहंत हिमांशु राय तथा परीक्षित पंकज पुरवार ने कथा आचार्य  की आरती उतारकर उनका शत शत अभिनंदन किया।
   महंत मोहन गिरी ने बताया है कि रविवार और सोमवार को कथा स्थल पर दिन में रासलीला का आयोजन होगा।
    कथा आयोजन में विमल कुमार नीतू, सुमित शुक्ला, ओमपाल यादव, राजेंद्र दिवाकर, कमलेश यादव,अनुभव यादव, उत्कर्ष गुप्ता ,अंकुर वर्मा अंकुर वर्मा, सौरभ तिवारी, साहिल कुमार, शिवस्वरूप झा, उमेश चंद्र यादव प्यारे, अवनीश कुमार, चुन्नू, पान वाले,चंचल गुप्ता, मधुर श्रीवास्तव, लकी गुप्ता, डॉक्टर बसंत पुरवार, शालू यादव, अनमोल दीक्षित,हर्षित गुप्ता, पूर्व चेयरमैन विमलेश यादव, विनीता जादौन अंतिम देवी, शकुंतला देवी, राम बेटी आदि व्यवस्थाओं में तन्मयता से  जुटे  देखे गए। अंतिम दिन ड जुटी भारी भीड़ में रोज की तरह महिलाओं की संख्या सर्वाधिक थी।
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