मंजिल उन्हें मिलती है जिनके हौसले बुलंद होते -केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह ने दी बधाई
उदी, इटावा। पिता के सपने को साकार करने के लिए एक बेटे ने दिन रात मेहनत करके अपने बड़े भाई सर्वजीत सिंह भदौरिया के सहयोग से अपने पिता स्व. कौशल सिंह भदौरिया का सपना साकार करके दिखाया है।
अपने मूल निवासी जनपद के उदी से मुरैना मध्य प्रदेश पुलिस लाइन में रहने वाले 25 वर्षीय युवक अभिजीत सिंह भदौरिया का भारतीय थल सेना आर्मी में लेफ्टिनेंट के पद पर चयन हुआ है। अभिजीत सिंह भदौरिया ने इंडियन मिलिट्री अकादमी देहरादून ऑल इंडिया में 11वीं रैंक हांसिल की है। उदी गांव मूल निवासी अभिजीत सिंह भदौरिया के पिता कौशल सिंह भदौरिया का सपना था कि उनका बेटा देशसेवा के लिए किसी बड़े पर आसीन हो।पिता का देहांत नौकरी के दौरान हो गया था। जिसके बाद अभिजीत के बड़े भाई सर्वजीत सिंह भदोरिया जो कि मध्य प्रदेश पुलिस में पदस्थ हैं उन्होंने पूरी जिम्मेदारी संभाली और पूरा सहयोग किया जिससे दिन-रात मेहनत करके अपने छोटे भाई को लेफ्टिनेंट के पद पर पहुंचाया है। दादा मास्टर स्व. त्रिभुवन सिंह भदौरिया जनपद के उदी गांव जिला पंचायत उच्चतम माध्यमिक विद्यालय में एक अच्छे शिक्षक रहे। जिनको राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया गया था। साथ ही इस खुशी के मौके पर उनके परिवारजन, शिक्षक व इष्टमित्रों के द्वारा माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया है। अभिजीत सिंह का कहना है कि अगर कोई भी व्यक्ति हौसला बुलंद कर ले तो मंजिल उसके कदमों में रहती है और उसे कोई भी दुनिया की ताकत रोक नहीं सकती है। खुशी के इस अवसर पर अभिजीत सिंह भदौरिया ने सहयोगी शिक्षक दीपक कुलश्रेष्ठ व पिता तुल्य अंकल बालिस्टर सिंह तोमर का भी अपने गृह निवास बढपुरा पारपटी उदी गांव बड़े बुजुर्गों सहित आभार व्यक्त किया है।