इटावा। शहर में हज़रत दीन अली शाह व मस्तान शाह दरगाह शरीफ के ख़ादिम व कार्यक्रम के संरक्षक शाहिद वारसी के घर पर ज़हीर आरा मशीन के पास ज़िक्रे शहीद-ए-आज़म व जश्न-ए-वारिस पाक की मेहफिल सम्पन्न हुई।कार्यक्रम की अध्यक्षता हाजी अब्दुल हन्नान उर्फ चांद मंसूरी ने की।मुख्य वक्ता सैय्यद एजाज़ अली ने जब करबला का बयान किया तो सब की आँखे नम हो गई।उस्ताद शायर सूफी अब्दुल सत्तार कमर ने कुछ इस तरह पढ़ा मैं देवा को जाऊ मैं कभी देवा को जाऊ,सरकार की चौखट पे सर अपना झुकाऊँ।संचालन कर रहे रौनक इटावी ने कहा कि दीने मोहम्मद पर कोई क्या बोलेगा,सिर्फ हुसैने पाक का सजदा बोलेगा।इसके अलावा उस्ताद शायर साबिर अहमद साबिर,सलीम वारसी,हाशिम नईमी,नदीम अहमद एडवोकेट,आरिफ सिद्दीकी नूर,सोहेल अहमद,यासीन अंसारी,सागर इटावी, रियाज इटावी,वैभव यादव,हाफिज कैफ रज़ा आदि ने बेहतरीन कलाम पेश किये।मुख्य अतिथि फरहान शकील,विशिष्ट अतिथि शाहिद हुसैन सिद्दीकी व मेहमानों का कार्यक्रम से पूर्व संरक्षक शाहिद वारसी,संयोजक वाई के शफी चिश्ती,सहसंयोजक अरमान वारसी इंतजार कादरी शोएब वारसी ने साफ़ा पहनाकर व गुलपोशी करके स्वागत किया।कार्यक्रम में हाजी रईस अहमद,गुफरान अहमद,शकील वारसी,औसाफ़ खां,मुन्ना खान,विजय आगरा,गुलाम वारिस,असरार चिश्ती,लाईक खान,ईशन खान सोहेल इमरान आदि लोग मौजूद रहे।कार्यक्रम के अंत में मुल्क की खुशहाली,तरक्की व भाईचारा अमन चौन के लिए दुआएं की गई।