14 अगस्त की तारीख आंसुआंे से लिखी गई- सांसद

इटावा। 14 अगस्त को विभाजन दिवस पर मनाए जाने वाले विभाजन विभीषिका के सम्बंध में सिंचाई विभाग गेस्ट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए सांसद डॉ. रामशंकर कठेरिया ने कहा कि देश-दुनिया के इतिहास में 14 अगस्त की तारीख का अहम स्थान है। भारत के इतिहास में आज का दिन पार्टीशन हॉर्ररस रिमेम्बरेंस डे यानि विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।

दरअसल अखंड भारत के आजादी के इतिहास में 14 अगस्त की तारीख आंसुओं से लिखी गई है। यही वह तारीख है जब देश का विभाजन हुआ। 14 अगस्त, 1947 को पाकिस्तान और 15 अगस्त, 1947 को भारत को पृथक राष्ट्र घोषित कर दिया गया। इस विभाजन में न केवल भारतीय उपमहाद्वीप के दो टुकड़े किए गए बल्कि बंगाल का भी विभाजन किया गया। बंगाल के पूर्वी हिस्से को भारत से अलग कर पूर्वी पाकिस्तान बना दिया गया। यह 1971 के युद्ध के बाद बांग्लादेश बना। कहने को तो इसे देश का बंटवारा कहा गया, लेकिन यह दिलों का, परिवारों का, रिश्तों का और भावनाओं का बंटवारा था।

बीजेपी जिलाध्यक्ष संजीव राजपूत ने कहा कि आज विभाजन विभीषिका दिवस पर जिला संगठन के द्वारा कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जिसमें सिंचाई विभाग गेस्ट हाउस में शाम 4 बजे एक जिला संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एमएलसी मानवेन्द्र सिंह चौहान उपस्थित रहेंगे। सिंचाई विभाग से ही मौन जुलूस यात्रा निकाली जाएगी जो नुमाईश ग्राउंड जाकर समाप्त होगी। प्रेसवार्ता में जिला महामंत्री शिवाकांत चौधरी, जिलामंत्री राहुल राजपूत, जिला मीडिया प्रभारी रोहित शाक्य, मुकेश यादव, मुनेश बघेल, अमित तिवारी मानू मौजूद रहे।

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