सीडीओ ने किया ‘सर्वजन दवा सेवन’ अभियान का शुभारंभ

सीडीओ ने किया ‘सर्वजन दवा सेवन’ अभियान का शुभारं
व्यापार मंडल के जिला महामंत्री आकाशदीप को सबसे पहले खिलाई फाइलेरिया रोधी दवा
सीडीओ ने की एमडीए कार्यक्रम को सफल बनाने और इटावा को फाइलेरिया मुक्त बनाने की अपील
28 अगस्त तक घर-घर खिलाई जाएगी फाइलेरिया रोधी दवा

इटावा , 10 अगस्त, 2023-

कलेक्ट्रेट परिसर में गुरुवार को मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) प्रणता ऐश्वर्या ने ‘सर्वजन दवा सेवन’  (एमडीए) अभियान का फीता काटकर किया शुभारंभ। उन्होंने सर्वप्रथम व्यापार मंडल के जिला महामंत्री आकाशदीप जैन को फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन कराया। उन्होंने उपस्थित डूडा कार्यकर्ती व व्यापार मंडल के दीपक गुप्ता, रीना जैन, आलोक गुप्ता को भी स्वास्थ्य कर्मियों के सामने ही फाइलेरिया से सुरक्षित रखने की दवाएं खिलवायीं। इस अवसर पर उन्होंने सभी से फाइलेरिया रोधी दवाएं खाकर एमडीए कार्यक्रम को सफल बनाने और इटावा को फाइलेरिया मुक्त बनाने की अपील की।
एमडीए अभियान के शुभारंभ पर सर्वप्रथम दवा खाने वाले आकाशदीप ने कहा “आज मैंने तो दवा का सेवन कर लिया लेकिन मेरा प्रयास रहेगा फाइलेरिया जैसी बीमारी से बचाव के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को दवा सेवन कराने के लिए प्रेरित करूं।’ इसी क्रम में व्यापार मंडल की ओर से शहर के मुख्य बाजारों में प्रमुख रूप से बूथ लगाकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस गंभीर बीमारी से बचने के लिए दवा खिलाने का प्रयास किया जाएगा।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी  डॉ. गीताराम ने  बताया कि  जनपद  में अब तक  200 हाइड्रोसील व 164 हाथी पांव के रोगियों को चिन्हित किया गया है और इस कार्यक्रम मे जनपद में 16.41 लाख लक्षित लाभार्थियों को 1549 स्वास्थ्यकर्मियों की टीम के माध्यम से बूथ एवं घर-घर जाकर फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन सुनिश्चित करवाया जाएगा।
सीएमओ ने कहा कि दवाओं का वितरण बिल्कुल नहीं किया जाएगा। इन दवाओं को स्वास्थ्य कर्मी अपने सामने ही खिलाएंगे। इन दवाओं का सेवन खाली पेट नहीं करना है। दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और अति गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को यह दवाएं नहीं खिलाई जाएंगी। डॉ. गीताराम ने लोगों से अपील की, कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए और फाइलेरिया के पूर्ण उन्मूलन के लिए हम सब यह प्रयास करें कि इस बार शत-प्रतिशत लाभार्थियों को फाइलेरिया रोधी दवाएं खिलवाएं ।
जिला मलेरिया अधिकारी  नीरज दुबे ने बताया कि इस कार्यक्रम में राज्य सरकार के दिशा-निर्देश के अनुपालन में जनपद के सभी ब्लाक और गाँव तक समन्वय बनाकर कार्य किया जा रहा है।  डीएमओ ने यह भी बताया कि  फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में एल्बेंडाजोल भी खिलाई जाती है, जो बच्चों के पेट में होने वाले कीड़ों को निकालती है। सामान्य लोगों को इन दवाओं के खाने से किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव नहीं होते हैं और अगर किसी को दवा खाने के बाद उल्टी, चक्कर, खुजली या जी मिचलाने जैसे लक्षण नजर आते हैं, तो यह इस बात का प्रतीक है कि उस व्यक्ति के शरीर में फाइलेरिया के परजीवी मौजूद हैं। सामान्यतः यह लक्षण स्वतः समाप्त हो जाते है परंतु ऐसी किसी भी परिस्थिति के लिए प्रशिक्षित रैपिड रिस्पांस टीम तैनात है और उसे तुरंत उपचार के लिए बुलाया जा सकता है।  इस अवसर पर जनपद के चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अधिकारी, सहयोगी संस्थाओं- पाथ यूनिसेफ डब्ल्यूएचओ, पीसीआई – इंडिया के प्रतिनिधि एवं व्यापार मंडल के सदस्य व स्थानीय मीडिया सहयोगी भी उपस्थित थे ।

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