यमुना में बाढ़ की खबर से जनता में खलबली, प्रशासनिक अधिकारी अलर्ट
यमुना में बाढ़ की खबर से जनता में खलबली, प्रशासनिक अधिकारी अलर्ट
चकरनगर, इटावा! यमुना नदी में हथिनी कुंड बांध से चार लाख क्यूसेक पानी छोड़ने की सूचना से तलहटी क्षेत्र में बसे आधा सैकड़ा से अधिक गांव की जनता में मंगलवार को खलबली मच गई। बाढ़ की खबर से सक्रिय हुए तहसील प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा पुलिस, ग्राम प्रधान, बाढ़ चौकियों पर तैनात राजस्व कर्मचारियों को सक्रिय किया गया।
चकरनगर एसडीएम मलखान सिंह ने चौकियों पर तैनात ग्राम लेखपालों को अपनी अपनी चौकी पर तैनात रहकर लगातार यमुना नदी में बढ़ते जल स्तर की निगरानी रखने का आदेश दिया है। इसी क्रम में संबंधित थाना चकरनगर, भरेह, लवेदी, बिठौली व सहसों के प्रभारी निरीक्षक व थानाध्यक्षों को अपने अपने क्षेत्र में सक्रियता के साथ निगरानी का आदेश दिया गया। तहसील क्षेत्र के ग्राम लेखपालों से भी बाढ़ पर नजर बनाए रखते हुए तहसील प्रशासन को मौके की स्थिति से अवगत कराने की अपील की। इस बार बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन के द्वारा संवेदनशील बाढ़ चौकियों से निगरानी के लिए पिछली बाढ़ के दौरान सहयोग करने वाले क्षेत्रीय नाविकों को कुछ उपकरण भी मुहैया कराए गए। बताते चलें कि तहसील क्षेत्र के अंतर्गत यमुना नदी के दोनों किनारों पर करीब आधा सैकड़ा से अधिक गांव में हजारों की आबादी निवास करती है। उक्त अधिकतर गांवों में अक्सर बाढ़ का पानी घरों में घुसकर जनता को बेघर कर देता है। ऐसी स्थिति में सबसे अधिक मवेशी के लिए मुसीबत खड़ी हो जाती है, साथ ही या तो किसान के खेतों में खड़ी लाखों रुपये की फसल भी बर्बाद हो जाती है, या फिर खेतों में पानी भरने के कारण फसल उगाने में असमर्थ हो जाते हैं और प्रशासन ऊंट के मुंह में जीरा के समान किसान को राहत सामग्री एवं फसल मुआवजा देकर इतिश्री कर लेता है। यह बाढ़ का दंश क्षेत्र की जनता को इस वर्ष से नहीं बल्कि पिछले तीन वर्ष से लगातार झेलना पड़ रहा है।
-13 बाढ़ चौकियों के कर्मचारी, ग्राम प्रधान एवं पुलिस को बाढ़ से निपटने के लिए सक्रिय कर दिया गया है। पिछली बाढ़ के सहयोगी नाविकों को लाइफ जैकिट, हवा भरा ट्यूब, टार्च व रस्सी दी गई है।
-विश्नु दत्त मिश्र, तहसीलदार!