ब्रम्हाकुमारी रेशम को उनके 24वें स्मृति दिवस मनाया

 

इटावा। मानवीय मूल्यों को अपने में समाहित कर दूसरों की प्रेरणा स्रोत बनने वाली ब्रम्हाकुमारी रेशम को उनके 24वें स्मृति दिवस पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की सिविल लाइन शाखा पर तहे दिल से याद किया गया। उनकी स्मृति में केंद्र पर प्रातः योग एवं स्नेह मिलन का कार्यक्रम रखा गया। जिसमे मुख्यालय माउंट आबू से पधारे बीके प्रेम तथा बीके राजेश ने भाग लिया। सभी ने पुष्प अर्पित कर उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया। प्रीति प्रीति ने उनकी विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वह बाल्यकाल से ही प्रभु प्रेमी रही उनका ममतामई आकर्षक व्यक्तित्व अनेक व्यक्तियों की जीवनधारा बदलने में सफल हुआ। उनका मानना था कि मोमबत्ती की भांति खुद जलकर भी दूसरों का मार्ग प्रशस्त करें। आप केवल आध्यात्मिक गुरु ही नहीं वरन उत्कृष्ट समाजसेविका भी थी और उनका यह संदेश था कि जो करना है अभी कर लो यह वक्त जा रहा है। रेशम बह न को नमन करते हुए केंद्र प्रभारी बीके नीलम ने कहा कि दुनिया से जाने वाले केवल अपने श्रेष्ठ कर्मों के पदचिन्ह ही मानव ह्रदय पर छोड़ जाते हैं, इसलिए हम सभी का यह कर्तव्य है कि वर्तमान में श्रेष्ठ कर्म करके भविष्य को सुधारें। हमारे जाने के बाद भी लोग हमारे द्वारा किए गए कार्यों से प्रेरणा लेकर लाभान्वित हो सके तभी हमारा जीवन सार्थक होगा। कार्यक्रम में नियमित सदस्यों के अलावा अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।

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