भाजपा ने राघव मिश्रा, सपा से विपिन गुप्ता,बसपा से अरविंद पोरवाल, आप से अन्नू पाल पर लगा दांव
*सभी प्रत्याशियों ने किया विकास का भरपूर वादा *जीत का आशीर्वाद मिला तो दिबियापुर में बहेगी विकास की गंगा
रिपोर्ट – आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता
दिबियापुर, औरैया। नगर पंचायत दिबियापुर में सभी प्रमुख पार्टियों ने अपने-अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है तो चुनाव की तेजी से सरगर्मी बढ़ गई है जिन प्रत्याशियों को टिकट पार्टी से मिला है उनमें प्रमुखता दिबियापुर के जाने-माने व्यवसाय राघव मिश्रा को भाजपा से निवर्तमान चेयरमैन अरविंद पोरवाल को बसपा पार्टी से तथा समाजवादी पार्टी ने एक बार फिर विपिन गुप्ता पर दांव खेला है वही आम आदमी पार्टी ने अनुपाल पर भरोसा जताया दिबियापुर नगर पंचायत की सीट अनारक्षित होने के कारण लड़ाई दिलचस्प मोड़ पर आ गई है वही प्रत्याशियों को पार्टी से टिकट नहीं मिला है लालो है बगावती तेवर को लेकर चुनाव मैदान में कूद पड़े हैं इसी क्रम में बहुजन समाज पार्टी से टिकट की आस लगाए बैठे बसपा नेता राम कुमार अवस्थी ने पत्नी का नामांकन करा कर मैदान में ताल पहुंची है ठोक दी है वही देर शाम तक भाजपा से टिकट ना मिलने पर राजेंद्र पोरवाल और पप्पू ने भी निर्दलीय ताल ठोकी है बहुत से प्रत्याशियों को कड़ी मायूसी भी मिली है जो पार्टी की सेवा करते करते उम्मीद थी कि उन्हें लेकिन ऐसा नहीं हुआ अब बगावती तेवर होने के बाद नगर पंचायत दिबियापुर में अध्यक्ष पद चुनाव के लिए सीट एक रोमांचक मोड़ पर पहुंच गई है जहां पार्टी के लोग अपने पार्टी का परंपरागत वोट पाने के लिए आतुर हैं वहीं चुनाव में साम-दाम-दंड-भेद का भी प्रयोग होने लगा है इस समय शराब और शबाब फलों की बल्ले-बल्ले होने जा रही है सभी प्रत्याशी विकास का भरपूर वादा कर रहे हैं लेकिन कितना सच कितना हकीकत है यह तो बाद में पता चलता है सबसे बाद में दिव्या को सीट घोषित होने के कारण लोगों की धड़कन थमी हुई थी अब पार्टी द्वारा घोषित होने के बाद प्रत्याशियों ने दिव्यापुर में बाईपास जाम की समस्या गलियों का निर्माण स्टेट लाइन की व्यवस्था को प्रमुखता से अपना मुद्दा बनाया है जबकि हकीकत यह है पिछले लगभग 1 साल से दिव्यापुर का एकमात्र प्रमुख चौराहा पर आज तक स्ट्रीट लाइट नहीं लग सकी है वादे तो चुनाव में होते रहते हैं वादे पूरे कौन करता है जनता सब जानती है अब जनता जनार्दन किसको अपना सर्वोपरि मानती है यह 11 मई को होने वाले वोटिंग में पता चलेगा की जनता ने कितना बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है 13 मई को जाएंगे तो सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा