बागड़ धाम के मठाधीश का नगर आगमन पर भक्तों ने बैंड बाजा के साथ भव्य स्वागत कर शोभायात्रा निकाली
रिपोर्ट – आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता
बिधूना,औरैया। गुरु गोरखनाथ जी की गद्दी नौलखा बाग गोरक्ष टीला ददरेवा बांगड धाम राजस्थान के मठाधीश एवं योगी आदित्यनाथ के गुरु भाई बालयोगी महंत श्रीकृष्णनाथ जी महाराज के एक दशक बाद बुधवार को नगर आगमन पर उनके परम भक्त एवं सेवादार प्रमोद गुप्ता बर्तन वाले के नेतृत्व में महंत का जोरदार स्वागत किए जाने के साथ मठाधीश को रथ में सवार कर नगर की सड़कों पर बैंड बाजों के साथ भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। बागड़ धाम के मठाधीश श्रीकृष्ण नाथ जी महाराज व उनके सहयोगी संजय कृष्ण द्विवेदी सुशील भगत राम अवतार बिरजू व मांडिया के बुधवार को बिधूना आगमन पर कस्बे के भरथना रोड डाक बंगले से सेवादार एवं कार्यक्रम संयोजक प्रमोद कुमार गुप्ता के नेतृत्व में आचार्य राकेश कुमार यादव शिवांशु गुप्ता अनमोल गुप्ता लक्ष्मीनारायण पोरवाल गुप्ता सोनू, संजीव कुमार उर्फ नच्चू गुप्ता जयशंकर पोरवाल भारत गुप्ता लालजी गुप्ता उज्जवल गुप्ता कृष्ण मुरारी पोरवाल सीताराम ,लालजी मिश्रा निहाल गुप्ता अले स्वर्णकार आदि कार्यक्रम संयोजक मंडल के सदस्यों द्वारा उन्हें रथ में सवार कर स्थानीय डाक बंगले से बैंड बाजों के साथ भगतसिंह चौराहा, फीडर रोड मेन रोड आदि सड़कों पर भव्य शोभायात्रा निकाली गई। इस शोभायात्रा के दौरान सड़कों के किनारे मठाधीश के दर्शन को उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ द्वारा पुष्प वर्षा कर और फूल मालाएं पहनाकर आशीर्वाद प्राप्त किया। बाद में कार्यक्रम स्थल प्रमोद गुप्ता के आवास पर सजाए गए दरबार में मठाधीश श्रीकृष्ण नाथ जी महाराज ने सदाचरण करने के साथ आध्यात्मिकता से जुड़ने और राष्ट्र की तरक्की एवं अमन-चैन बनाए रखने में सहयोग करने को संदेश दिया।इस अवसर पर उन्होंने सनातन धर्म की रक्षा के साथ गाय गंगा गीता की रक्षा संकल्प दिलाया। कार्यक्रम संयोजक प्रमोद गुप्ता के नेतृत्व में मठाधीश श्रीकृष्ण नाथ जी महाराज के नगर में प्रवेश के पूर्व सीमा पर फूल मालाएं पहनाकर उनकी आगवानी की गई।इस अवसर पर निर्मला सिंह चौहान,मंजू गुप्ता रविन्द्र चौहान, कृपाल शाक्य चंद्रभान वर्मा, ओमशंकर जादवां,कृष्णा देवी शिवांशु गुप्ता रोमी सविता, पुनीत कुमार, संजय कुमार द्विवेदी ,अजय गुप्ता ,कल्लू मुंशीलाल, पुत्तू लाल, ब्रह्म प्रकाश द्विवेदी गिरजा शंकर सीता शंकर आदि मौजूद रहे।