भूमिहीन का कच्चा मकान भरभरा कर गिरा दंपत्ति हुए चुटहिल 

पीड़ित परिवार खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर

रिपोर्ट – आकाश उर्फ अक्की भईया संवाददाता 

बिधूना,औरैया। सरांय प्रथम गांव का विकलांग भूमिहीन अधेड़ अपने परिवार के साथ कच्चे जर्जर मकान में रहकर लंबे अर्से से आवास की गुहारें लगा रहा है लेकिन सुविधा शुल्क ना दे पाने के कारण उसे आज तक आवास नहीं मिल सका है। अधिकारी अपात्र होने की रिपोर्ट लगाकर उसकी पात्रता को नजरअंदाज कर रहे हैं। बीती रात गरीब विकलांग का कच्चा मकान भरभरा कर गिर गया जिससे मलबे में दबकर पति पत्नी चुटहिल हो गए हालांकि बड़ा हादसा होने से बच गया है।

बिधूना विकासखंड की ग्राम पंचायत सरायं प्रथम के भूमिहीन विकलांग आलम खान कच्चे जर्जर मकान में अपने परिवार के साथ गुजर बसर करने के साथ पिछले कई सालों से आवास के लिए संबंधित अधिकारियों व प्रधान से गुहारें लगाता आ रहा है लेकिन प्रधान व संबंधित अधिकारी सुविधा शुल्क ना दे पाने के कारण उसे सरकारी आवास न देकर अपात्र होने की आख्या देकर उच्चाधिकारियों व मुख्यमंत्री को भी गुमराह कर रहे हैं। पीड़ित द्वारा मुख्यमंत्री समेत विभिन्न अधिकारियों को कई रजिस्टर्ड शिकायती पत्र दिए जाने के साथ जनसुनवाई पोर्टल पर भी शिकायतें दर्ज कराई गई लेकिन खंड विकास अधिकारी बिधूना द्वारा उसे अपात्र होने की आख्या देकर परेशान किया जा रहा है। गौरतलब बात तो यह है कि इसी के चलते बीती रात्रि भूमि हीन गरीब का कच्चा मकान अचानक भरभरा कर ढह गया जिससे आलम खान व उसकी पत्नी परवीन बानो चुटहिल हो गई जबकि उसके बच्चे बाहर खुले में लेटे होने के कारण बड़े हादसे से बच गए हैं। मकान धराशाई होने से पीड़ित परिवार खुले आसमान के नीचे जिंदगी बसर करने को मजबूर हो गया है। क्षेत्रीय जागरूक लोगों को कहना है कि मकान धराशाई होने के बावजूद भी अधिकारियों ने पीड़ित परिवार की सुध नहीं ली है।

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