भगवान बुद्ध से सीखे सत्य,अहिंसा का मार्ग कथा वाचक रागिनी

अजीतमल। बौद्ध कथा के आयोजन में कथावाचक ने बौद्ध धर्म के अनुयायियों से बौद्ध के बताएं नियमों का अनुसरण करते हुए समाज में एक अच्छा आचरण प्रस्तुत करने की अपील की।

अटसू कस्बे के हालेपुर रोड पर चल रही बौद्ध कथा के दूसरे दिन कथा वाचक रागिनी बौद्ध ने कथा में भगवान बौद्ध के विभिन्न आचरण पर चर्चा करते हुए कि भगवान गौतम बुद्ध महज 7 वर्ष की उम्र में कपिलवस्तु में हजारों भिक्षुओं के साथ एक बगीचे में ठहरते थे। गौतम गांव गांव जाकर भिक्षा मांगते और शाम होते ही अपने स्थान पर लौट आते। एक दिन महाराज शुद्धोधन ने उन्हें भोजन के लिए राजमहल आमंत्रित किया। वहां पहुंचकर बुद्ध जी ने धम्म उपदेश दिए। कथावाचक ने उपस्थित श्रोताओं से भगवान बुद्ध के बताए हुए नियमों को अपने जीवन में अनुसरण करने की अपील की कथा में भगवान बुद्ध और अंबेडकर की झांकी की झांकी भी प्रस्तुत की गई कार्यक्रम की व्यवस्था में कमलेश कठेरिया,मन सिंह,विशुन दयाल, बौद्धप्रिय गौतम,उमेश बाबू,अर्जित कुशवाहा,दीपांकर एडवोकेट, सहयोग रहा ।

*योगेंद्र गुप्ता 

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