*जैन तीर्थक्षेत्र सम्मेद शिखरजी को पर्यटक स्थल बनाए जाने का विरोध*
*करहल जैन समाज ने निकाला मौन जुलूस*
ब्यूरो अंकित कुमार।करहल : झारखंड प्रांत के गिरिडीह जिले में स्थित जैन तीर्थ क्षेत्र श्री सम्मेद शिखर जी को भारत सरकार द्वारा पर्यटक स्थल बनाए जाने के विरोध में करहल जैन समाज के लोगों ने मौन जुलूस निकाला। श्री दिगंबर जैन परिषद के अध्यक्ष राहुल जैन अहिंसा के नेतृत्व में मौन जुलूस श्री दिगंबर जैन पार्श्वनाथ जिनालय से शुरू होकर कस्बे के प्रमुख मार्गों से होता हुआ तहसील मुख्यालय पहुंचा जहाँ अभयराज पांडे को महामहिम राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री एवं झारखंड के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौप कारवाई की मांग की। पांच सौ से अधिक जैन समाज के लोगों द्वारा हाथों में नारे लिखी तख्ती लेकर मौन जुलूस निकाला। दिए हुए ज्ञापन में बताया कि भारत सरकार द्वारा झारखंड प्रांत के गिरिडीह जिले में स्थित जैन तीर्थ सम्मेद शिखरजी को पर्यटक स्थल बनाया जा रहा है जिससे वहां की पवित्रता खतरे में पड़ जाएगी। श्री सम्मेद शिखर जी मांस मदिरा मुक्त हो । जैन समाज अहिंसा का पुजारी है। साथ ही जैन समाज ने मांग की श्री सम्मेद शिखरजी को राष्ट्रीय जैन धार्मिक पवित्र तीर्थ क्षेत्र घोषित किया जाए। इस दौरान जैन समाज के लोग मौजूद रहे।
जैन युवा संघ के जिला संयोजक हिमांशु जैन ने माननीय प्रधानमंत्री को लिखा पत्र। श्री सम्मेद शिखरजी को राष्ट्रीय जैन तीर्थ क्षेत्र घोषित करने की मांग की। व पर्यटक स्थल घोषित करने का विरोध किया। पत्र में कहा गया पारसनाथ मधुबन क्षेत्र को मांस मदिरा मुक्त कर राष्ट्रीय जैन तीर्थ क्षेत्र घोषित करें।