*चुनाव आयोग पर टिप्पणी करने के आरोप में आजम पर मुकदमा दर्ज, दो दिन में दो मुकदमे दर्ज*
रामपुर।समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खान हमेशा से अपने बयानों के लिए जाने जाते हैं,लेकिन उनकी बयानबाजी अब उनके लिए हर बार नई मुसीबत खड़ी कर देती है।अपने बयानों के चलते दो दिन में आजम पर लगातार दो मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं।महिलाओं के खिलाफ विवादित बयान मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद अब उनके खिलाफ भड़काऊ भाषण मामले में एक और मुकदमा दर्ज हुआ है।
*किला मैदान में आयोजित जनसभा में की थी टिप्पणी*
मोहम्मद आजम खान ने एक दिसंबर को किला के मैदान में सपा प्रत्याशी आसिम राजा के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित किया था।इस जनसभा में सपा मुखिया अखिलेश यादव भी मौजूद थे।
*भड़काऊ भाषण पर समर्थकों ने भी दिया साथ*
आरोप है कि आजम खान ने भड़काऊ भाषण दिया।पुलिस, चुनाव आयुक्त और चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था पर टिप्पणी करके लोगों को भड़काने का काम किया।यही नहीं आजम ने अपने समर्थकों के साथ एसपी साहब जिंदाबाद, सीओ साहब जिंदाबाद और पुलिस के डंडे जिंदाबाद के नारे लगाए थे। इस दौरान उनके समर्थक भी उनका साथ देते हुए दिखाई दिए। ऐसा करना आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन भी है।
*वीडियो निगरानी टीम के प्रभारी ने दी थी तहरीर*
इस मामले में नहर खंड के अवर अभियंता और वीडियो निगरानी टीम के प्रभारी सुजेश कुमार सागर ने तहरीर दी थी। तहरीर के आधार पर कोतवाली थाना पुलिस ने सपा के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खान के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 (ए), 505 (1) (बी) और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 125 के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली है।पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार शुक्ला ने बताया कि तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की गई है।
*आजम लगातार कर रहे अमर्यादित बयानबाजी*
इससे पहले शहनाज ने गंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिसमें शहनाज ने कहा कि आजम खान ने जनसभा के दौरान महिलाओं को लेकर अमर्यादित बातें कही। शहनाज ने आजम की इस टिप्पणी पर कड़ा ऐतराज जताया था।वहीं आजम खान को जिस मामले में तीन वर्ष की सजा हुई है और जिसके कारण उनकी विधायकी गई, वह भी 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान भड़काऊ भाषण था।इसके बाद भी आजम के बिगड़े बोल कम नहीं हो रहे हैं।