एनडीटीवी के अधिग्रहण और भविष्य की योजनाओं पर खुलकर बोले गौतम अदाणी

 

_एशिया के सबसे अमीर व्यवसायी गौतम अदाणी ने ग्लोबल न्यूज़ ब्रांड बनाने की इच्छा जाहिर की_
_ प्रणय रॉय के चेयरमैन बने रहने से नहीं कोई दिक्कत_
_भारतीय टाइकून ने ‘सुपर ऐप’ और कैमिकल्स इन्वेस्टमेंट में $4 बिलियन से अधिक की योजना बनाई है_
_मुंद्रा पोर्ट और स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन में एक पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स में $4 बिलियन से अधिक का निवेश _

26/11/22:* एशिया के सबसे अमीर व्यवसायी गौतम अदाणी ने कहा है कि वह न्यूज़ ब्रॉडकास्टर एनडीटीवी के अधिग्रहण को एक व्यावसायिक अवसर के बजाय “जिम्मेदारी” के रूप में देखते हैं। उन्होंने खुले तौर पर कहा कि यदि सरकार अच्छा कर रही है, तो मीडिया को इसे पूरी स्वतंत्रता के साथ दर्शना चाहिए। फाइनेंशियल टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में, गुजरात के अरबपति व्यवसायी ने उन आशंकाओं को भी खारिज कर दिया कि प्रणय रॉय के स्वामित्व वाले न्यूज़ चैनल ‘नई दिल्ली टेलीविजन’ (एनडीटीवी) को हासिल करने की कोशिश, मीडिया की स्वतंत्रता को खंडित कर देगी। इंटरव्यू के दौरान उन्होंने भविष्य की योजनाओं में एक ग्लोबल मीडिया ब्रांड बनाने की अपनी महत्वाकांक्षाओं समेत ‘सुपर ऐप’ और कैमिकल्स इन्वेस्टमेंट में $4 बिलियन से अधिक की योजना का खुलासा भी किया है।

अगस्त 2022 से देश की अग्रणी मीडिया कंपनियों में शामिल ‘नई दिल्ली टेलीविजन’ (एनडीटीवी) में 26 फीसदी हिस्सेदारी प्राप्त करने की कवायद में जुटे गौतम अदाणी से जब यह पूछा गया कि आप किसी मीडिया हाउस को स्वतंत्र रूप से कार्य करने और उसे ग्लोबल स्तर पर अपने पंख फैलाने में सपोर्ट क्यों नहीं करते, तो इसके जवाब में अदाणी ने कहा कि, “आजादी का मतलब है कि अगर सरकार ने कुछ गलत किया है, तो आप कहते हैं कि यह गलत है। लेकिन साथ ही, आपको हिम्मत रखनी चाहिए कि जब सरकार हर दिन सही काम कर रही है तो आप उसे भी प्रमुखता से दर्शाएं।”

बता दें कि अदाणी समूह द्वारा इस मीडिया हाउस के अधिग्रहण के प्रयासों ने पत्रकारों और राजनेताओं के बीच चिंता पैदा कर दी है कि स्वामित्व बदलने के बाद, एनडीटीवी समूह के सम्पादकीय अखंडता को नुकसान हो सकता है। चूंकि अदाणी को मोदी सरकार का करीबी और एनडीटीवी को सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वाले न्यूज़ चैनल के रूप में देखा जाता है।

सात सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनियों से 225 अरब डॉलर (करीब 18.2 लाख करोड़ रुपये) से अधिक का बाजार मूल्यांकन
करने वाले अदाणी समूह के मालिक गौतम अदाणी ने कहा कि एक ग्लोबल मीडिया ब्रांड बनाने में आने वाली लागत, समूह के लिए मामूली होगी, साथ ही एनडीटीवी के मालिक-संस्थापक प्रणय रॉय यदि इसके चेयरमैन बने रहते हैं, तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी। उन्होंने कहा कि उनका इरादा एक वैश्विक मीडिया संगठन बनाने का है जो फाइनेंशियल टाइम्स और टेलीविजन पावर-हाउस अल जज़ीरा के प्रभाव और पदचिह्न से मेल खा सके।

उन्होंने कहा कि अदाणी समूह भारत का सबसे बड़ा निजी कोयला व्यवसाय, खदानों का संचालन और कोयले से चलने वाले बिजली संयंत्र का मालिकाना हक़ भी रखता है। लेकिन भारत सरकार अब रिन्यूएबल एनर्जी की तरफ तेजी से बढ़ रही है, और इसे ध्यान में रखते हुए समूह ने 2030 तक सोलर पैनल निर्माण से लेकर ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन तक की प्रौद्योगिकियों में $70 बिलियन का निवेश करने का प्रण लिया है।

हवाईअड्डे के यात्रियों को अदाणी समूह की अन्य सेवाओं से जोड़ने के लिए अगले तीन से छह महीनों में एक “सुपर ऐप” लॉन्च करने के साथ-साथ, अदाणी ने कहा कि उन्होंने गुजरात में अपने विशाल मुंद्रा पोर्ट और स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन में एक पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स में $4 बिलियन से अधिक का निवेश करने की योजना बनाई है।

बता दें कि अदाणी की ‘एएमजी मीडिया नेटवर्क’ ने इस साल बिजनेस न्यूज प्लेटफॉर्म ‘बीक्यू प्राइम’ (पूर्व में ब्लूमबर्गक्विंट) में भी हिस्सेदारी खरीदी है।

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