एमआईएलजीईएम युद्धपोत से क्या बढ़ेगी पकिस्तान की ताकत ? देखें पूरी खबर
तुर्की के राष्ट्रपति रेचप तैय्यप आर्देआन के न्योते पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ दो दिन के दौरे पर जा रहे हैं. वो वहां तुर्की के राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे. द्विपक्षीय संबंधों और इलाकाई हालात और दोनों देशों के बीच मौजूदा रक्षा एवं आर्थिक सहयोग को बढ़ाने पर चर्चा करेंगे.
एमआईएलजीईएम प्रोजेक्ट तुर्की का राष्ट्रीय युद्धपोत प्रोग्राम है, जिसे तुर्की की नेवी संभालती है. ये युद्धपोत, सैन्य निगरानी, ख़ुफ़िया मिशन, समय से पहले चेतावनी, पनडुब्बी के ख़िलाफ़ युद्ध और अन्य मिशनों के लिए तैनात किए जा सकते हैं.
विदेश विभाग के प्रवक्ता ने पत्रकारों से कहा, “राष्ट्रपति आर्देआन के साथ, प्रंधानमंत्री पाकिस्तान नेवी के लिए तैयार किए चार में से तीसरे एमआईएलजीईएम कार्वेट शिप- पीएनएस ख़ैबर का इस्तांबुल शिपयार्ड में उद्घाटन करेंगे.”
प्रवक्ता ने ताया कि ‘एमआईएलजीईएम प्रोजेक्ट दोनों देशों के संयुक्त सहयोग पर आधारित है और पाकिस्तान और तुर्की के बीच रणनीतिक साझेदारी में एक अहम मुकाम को दिखाता है, जोकि लगातार आगे बढ़ रहा है.’पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ़ स्ट्रेटेजिक स्टडीज़ में रिसर्च एसोसिएट तैमूर फ़हाद ख़ान पाकिस्तान.