एसएमजीआई में ‘डी फ़ार्मा’ द्वितीय वर्ष की पुस्तकों का विमोचन
*अपने कोर्स की तैयारी में छात्रों के लिए रहेगी उपयोगी
फोटो: विमोचन के दौरान डॉ उमाशंकर शर्मा एवं पुस्तकों के लेखक
इटावा,22 अक्तूबर।सर मदनलाल ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन इटावा के डायरेक्टर डाँ उमा शंकर शर्मा ने डी फ़ार्मा द्वितीय वर्ष की पुस्तकों- “भैषजिकी विधिशास्त्र एंव एथिक्स, सामुदायिक भैषजिकी एंव प्रबंधन, अस्पताल एंव नैदानिक भैषजिकी, फार्माकोथेरेप्युटिक्स, जैव रसायन एंव नैदानिक पैथोलॉजी तथा औषधि विज्ञान” का एसएमजीआई, इटावा में विमोचन किया।
पुस्तकें सर मदनलाल इंस्टीट्यूट आफ फार्मेसी, इटावा के असिस्टेंट प्रोफ़ेसर रेहान उद्दीन, शिवपाल, शाहरुख़ खान तथा चौधरी सुघर सिंह फ़ार्मेसी कालेज, जसवंतनगर, इटावा के असिस्टेंट प्रोफ़ेसर सिद्धी यादव एंव रचना द्वारा सम्पादित की गई है। आर नारायन पब्लिशर्स एंव डिस्ट्रीब्यूट्रर्स, आगरा से प्रकाशित हुई है।
डायरेक्टर डॉ उमा शंकर शर्मा ने पुस्तकों का विमोचन करते हुए लेखकों को बधाई दी। लेखकों ने सभी का आभार जताते हुए पुस्तकों की संक्षिप्त जानकारी दी। यह पुस्तकें फ़ार्मेसी काउंसिल ऑंफ इन्डिया,नई दिल्ली के अधिनियम के तहत लिखी गई है।
पुस्तकें भारत वर्ष के डी फ़ार्मा के बिल्कुल नये पाठ्यक्रम के द्वितीय वर्ष के लिये उपयोगी साबित होंगी। हैं।सभी पुस्तकें सरल हिन्दी भाषा में लिखी गईं है ।इनमे विषय से जुड़े चित्र भी हैं ,जो विधार्थी को सीखने मे मदद करेंगे। पुस्तकों का उपयोग कर के विधार्थी न केवल पास होंगे, बल्कि अच्छे नम्बर भी परीक्षा मे हासिल कर सकेंगे।इन्हे पढ़ कर छात्र डिप्लोमा फ़ार्मेसी एक्ज़िट ऐक्ज़ाम की भी बेहतर तरीक़े से तैयारी कर सकेंगे।
पुस्तकें बुक स्टालों के साथ ही ऑनलाइन भी उपलब्ध है। छात्र आसानी से घर बैठे ही पुस्तकों को मंगा सकें। एसएमजीआई चेयरमैन डॉं विवेक यादव ने लेखकों को बधाई दी और आगे भी इसी प्रकार पुस्तकें लिखने के लिये प्रोत्साहित किया।
-वेदव्रत गुप्ता