इंटरलॉकिंग ने ली जल समाधि ग्राम पंचायत रजौली में भ्रष्टाचार की खुली पोल ग्राम पंचायत अधिकारी प्रधान मौन
माधव संदेश /ब्यूरो चीफ जय सिंह यादव रायबरेली
बड़े-बड़े नेताओं और अधिकारियों की राह पर अब गांव के सरपंच और ग्राम पंचायत अधिकारी भी भ्रष्टाचार की राह में कूद पड़े हैं सरकार द्वारा मिल रही सरकारी सैलरी और मानदेय से ग्राम प्रधान और अधिकारियों का पेट नहीं भर रहा है 6 माह पूर्व हुए इंटरलॉकिंग निर्माण ने भ्रष्टाचार को उजागर करके जनता के सामने पेश कर दिया जिससे जिम्मेदारों की सारी करतूतों का खुलासा हो गया सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार किस कदर फैला हुआ है इसकी एक बानगी विकासखंड लालगंज के ग्राम पंचायत रजौली के पूरे राना में देखने को मिली यहां लाखों रुपए की लागत से इंटरलॉकिंग निर्माण कराया गया था इंटरलॉकिंग निर्माण में भ्रष्टाचार करते हुए घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया जो पानी के तेज बहाव की भेंट चढ़ गया इंटरलॉकिंग निर्माण हुए महज छह माह ही बीते हैं ग्राम पंचायत में हुए इंटरलॉकिंग निर्माण के दृश्य को देखकर यह पता चलता है कि पंचायतों में भ्रष्टाचार किस कदर व्याप्त हो चुका है ऐसे घटिया निर्माण किये जा रहे हैं जो बारिश की एक मार भी नहीं सह पा रहे इंटरलॉकिंग निर्माण में हुए भ्रष्टाचार को ध्यान में रखते हुए आला अफसरों को चाहिए कि ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए जांच पड़ताल करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए ताकि ग्राम पंचायतों में जन्म ले रहे हैं ऐसे भ्रष्टाचारियों के खिलाफ साफ संदेश जाये और गांव का विकास हो सके