वाहन चालकों ने पुलिस पर लगाया मनमानी व पिटाई का आरोप
उन्नाव– नगर चौकी पुलिस ने प्रातः यहां के नानामऊ मार्ग तिराहे पर खड़े डग्गामार वाहन चालकों पर जमकर डंडे बरसाए। पुलिस ने 4 मैजिक और दो टाटा बसों का चालान कर उन्हें सीज कर दिया। पुलिस की पिटाई से एक मैजिक चालक घायल भी हुआ है। पुलिस की ताबड़तोड़ कार्यवाही से डग्गामार वाहन चालकों में भय व्याप्त हो गया। पुलिसिया तांडव देखकर चालक अपने वाहन लेकर भाग खड़े हुए। कोतवाली पुलिस द्वारा मैजिक और टाटा बस आदि डग्गामार वाहनों की पार्किंग और सवारियां भरने के लिए इंदिरा गांधी डिग्री कॉलेज के सामने स्थित कब्रिस्तान के किनारे पड़ाव अड्डा निर्धारित किया गया है। लेकिन कब्रिस्तान होने के चलते यहां पर छाया और पेयजल तथा यात्रियों के बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है। इसीलिए सफीपुर और उन्नाव जाने वाले यात्री पुलिस द्वारा निर्धारित पड़ाव अड्डे पर न रुक कर नगर के नानामऊ तिराहे पर वाहनों का इंतजार करते रहते हैं।
नगर के नानामऊ तिराहे पर मैजिक और टाटा बसें सवारियों का इंतजार कर रहे थे। यात्री वाहन चालकों के अनुसार तभी अचानक कस्बा चौकी पुलिस आ धमकी और वाहन चालकों पर ताबड़तोड़ डंडे बरसाने लगी। जिससे चालकों में हड़कंप मच गया और चालक अपने-अपने वाहन लेकर इधर-उधर भागने लगे। पुलिस द्वारा डंडे के प्रहार से ग्राम सैंता निवासी मैजिक चालक राजू के हाथ में गंभीर चोट लगने से खून बहने लगा। बाद में पुलिस ने नगर निवासी पूनम द्विवेदी, सावित्री देवी, चंद्रपाल यादव व ग्राम सुल्तानपुर निवासी अमरपाल यादव के मैजिक वाहनों का चालान कर उन्हें सीज कर दिया। इसके अलावा पुलिस द्वारा नानामऊ तिराहे पर खड़ी दो टाटा बसों का भी चालान कर दिया गया।
पुलिस द्वारा यात्री वाहनों का ताबड़तोड़ चालान करने से उन्नाव की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए वाहनों की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई। किसी तरह उन्नाव अदालत की पेशी पर पहुंचने के लिए लोग ट्रकों को हाथ देकर रोकते देखे गए। नगर निवासी भाजपा के जिला मंत्री रामजी गुप्ता ने मैजिक और टाटा मिनी बस यात्री वाहनों पर कस्बा चौकी पुलिस की कार्यवाही को जनविरोधी करार दिया है।
उन्होंने कहा है कि नगर पालिका प्रशासन द्वारा अभी तक एक भी पड़ाव अड्डे की व्यवस्था नहीं की जा सकी है। पालिका द्वारा इंदिरा गांधी डिग्री कॉलेज के सामने स्थित कब्रिस्तान के आगे सड़क के फुटपाथ पर पड़ाव अड्डे का नाम दिया गया है। लेकिन कथित पड़ाव अड्डे पर पालिका द्वारा छाया, पेयजल और शौचालय आदि मूलभूत सुविधाएं नदारद हैं। पड़ाव अड्डे के नाम से चयनित स्थल पर यात्रियों को बैठना तो दूर, खड़ा रहना भी मुश्किल हो रहा है।
उधर सपा के पूर्व विधानसभा क्षेत्र प्रत्याशी एवं राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व सदस्य डॉक्टर मुन्ना अल्वी ने कहा है कि पुलिस और पालिका प्रशासन यात्री वाहन चालकों के साथ अत्याचार कर रहा है। पुलिस यात्री वाहनों को नियम के विरुद्ध सीज कर चालकों को प्रताड़ित करने में जुटी हुई है। उन्होंने जिलाधिकारी से मांग उठाई है कि जब तक पड़ाव अड्डे पर नागरिक सुविधाएं मुहैया ना कराई जाए ,तब तक वाहन चालकों को मार्गों के किनारे फुटपाथ पर सवारियां भरने की इजाज़त दी जाए।