ओडिशा: 145वीं जगन्नाथ रथयात्रा की आज से हुई शुरुआत, CM ने सोने के झाड़ू से साफ की सड़क
देश में आज एक जुलाई का दिन विशेष महत्व का है। ओडिशा की तीर्थनगरी पुरी समेत विभिन्न शहरों में ‘जगन्नाथ रथयात्रा’ निकाली जा रही है, तो ‘डॉक्टर्स डे’ भी मनाया जा रहा है।हर साल आषाढ़ माह में शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को उड़ीसा के पुरी में भगवान श्री जगन्नाथ की पावन रथयात्रा का आयोजन किया जाता है।
भगवान श्रीकृष्ण के स्वरूप भगवान जगन्नाथ अपना स्थान छोड़कर नौ दिनों के लिए अपनी मौसी के घर जाते हैं। पीएम मोदी ने रथयात्रा के अवसर पर ट्वीट किया ‘रथयात्रा के विशेष दिन की बधाई। हम भगवान जगन्नाथ से उनके निरंतर आशीर्वाद के लिए प्रार्थना करते हैं। हम सभी को अच्छे स्वास्थ्य और खुशियों का आशीर्वाद मिले।’
अहमदाबाद में ओडिशा के पुरी में जगन्नाथ मंदिर से निकलने वाली रथयात्रा की तर्ज पर होने वाले इस आयोजन से पहले मंगला आरती हुई. 145वीं रथयात्रा से पहले मंगला आरती के बाद भगवान जगन्नाथ की आंखों पर बंधी पट्टी खोली गई.
रथयात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की मूर्तियों को तीन अलग-अलग दिव्य रथों पर रखकर नगर भ्रमण कराया जाता है। इस दौरान जगन्नाथ मंदिर में भगवान का स्थान खाली हो जाता है। रुकमणी जी जो माता लक्ष्मी का अवतार हैं वहीं मुख्य जगन्नाथ मंदिर में विराजमान रहती हैं।मंगला आरती में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हुए थे. भगवान जगन्नाथ 2 जुलाई को पुराने अहमदाबाद में नगरयात्रा पर निकलेंगे. ये यात्रा 19 किलोमीटर लंबी होगी.