बढ़ते क़र्ज़ को नही चूका पा रहा पकिस्तान, गिलगित-बाल्टिस्तान को ही कर दिया कुर्बान

पाकिस्तान अपने बढ़ते कर्ज का भुगतान करने के लिए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर क्षेत्र (पीओके) गिलगित-बाल्टिस्तान (जीबी) को चीन को लीज पर दे सकता है। काराकोरम नेशनल मूवमेंट के अध्यक्ष मुमताज नगरी ने आशंका जताई है कि पहले से अलग-थलग और उपेक्षित गिलगित-बाल्टिस्तान ग्लोबल पॉवर्स से लिए भविष्य में युद्ध का मैदान बन सकता है।

गिलगित-बाल्टिस्तान की आबादी लगातार घट रही है क्योंकि लोग पलायन करने को मजबूर हैं। एक रिपोर्ट बताती है कि पाकिस्तान में होने वाली आत्महत्याओं में से नौ फीसद गिलगित-बाल्टिस्तान में होती हैं। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि गिलगित-बाल्टिस्तान की आबादी घटती जा रही है। सक्षम लोग अपने परिवारों के साथ पलायन कर रहे हैं। गिलगित-बाल्टिस्तान में औसतन दो घंटे बिजली मिलती है क्योंकि यह पाकिस्तान के राष्ट्रीय ग्रिड का हिस्सा नहीं है। इसके साथ ही गिलगित-बाल्टिस्तान का जल विद्युत या अन्य संसाधनों पर कोई नियंत्रण नहीं है।

उन्होंने आशंका जताई है कि पाकिस्तान गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र को चीन को सौंप सकता है। एक रिपोर्ट में चिंताजनक रूप से कहा गया है कि पाकिस्तान में होने वाली सभी आत्महत्याओं में से नौ प्रतिशत जीबी में होती हैं।  पूरी तरह से पाकिस्तान सरकार और सैन्य नियंत्रण के बावजूद भी पाकिस्तान के लिए इस तरह का कदम उठाना आसान नहीं होगा।

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