औरैया,धरा पर अत्याचार बढ़ने पर पापियों के विनाश के लिए भगवान होते अवतरित- भागवताचार्य*

गलती होने पर प्रायश्चित जरूरी अन्यथा वह गलती पाप की श्रेणी में आ जाती है*

औरैया,धरा पर अत्याचार बढ़ने पर पापियों के विनाश के लिए भगवान होते अवतरित- भागवताचार्य*

*गलती होने पर प्रायश्चित जरूरी अन्यथा वह गलती पाप की श्रेणी में आ जाती है*

*बिधूना,औरैया।* नव निर्माण सेवा समिति रावतपुर के तत्वाधान में प्राथमिक विद्यालय के समीप आयोजित श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ में पांचवें दिन अलियापुर कानपुर नगर के भागवताचार्य पंडित शंकर दयाल पांडे जी महाराज ने कथा प्रवचन करते हुए कहा कि मनुष्य से गलती तो हो सकती है लेकिन गलती होने पर उसका प्रायश्चित जरूरी है, अन्यथा वह गलती पाप की श्रेणी में आ जाती है। भक्ति एक उत्तम निवेश है जो जीवन में परेशानियों का उत्तम समाधान देती है।
मानव यदि ईश्वर का ध्यान कर सदमार्ग पर चले तो निश्चित रूप से उसके जीवन में विपत्तियों का अवसर नहीं रहेगा। भागवताचार्य पांडे ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण के जन्म पर नंद बाबा यशोदा ने 9 लाख गायों का दान किया। उन्होंने भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का मार्मिक वर्णन कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। भागवताचार्य ने कहा कि धरा पर जब जब अन्याय अत्याचार बढा तब तब परमात्मा ने अवतार लेकर पापियों का विनाश किया। भगवान श्री कृष्ण ने पूतना अघासुर बकासुर के साथ अत्याचारी अपने मामा कंस का वध करके अपने पिता वसुदेव व माता देवकी को कारागार से मुक्त कराया। कथा के विश्राम पर आरती के बाद प्रसाद वितरित किया गया। इस मौके पर कार्यक्रम आयोजन समिति के डॉ अवधेश सेंगर , सौरभ राजावत , लल्ला सेंगर , गोलू त्रिपाठी, नरेंद्र त्रिपाठी , लाखन सिंह सेंगर , रोहित सेंगर , रिशु सेंगर , दीपक राजावत , नैंसी राजावत , शिवम सेंगर , अंशुल दुबे , शिवम राजावत , अशोक सेंगर , प्रहलाद सिंह , राधेश्याम व सुपरवाइजर सेंगर आदि प्रमुख रूप से शामिल थे।
ए, के,सिंह सवांददाता जनपद औरैया

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