दबंग दलित परिवार पर कई बार कर चुके हैं जानलेवा हमला,
गांव में दबंगों का कहर-दलित परिवार भयभीत*
*गांव में दबंगों का कहर-दलित परिवार भयभीत*
● दबंग दलित परिवार पर कई बार कर चुके हैं जानलेवा हमला,
ऊसराहार,इटावा। ऊसराहार थाना क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम किशनपुरा में एक दलित परिवार दबंगों के कहर से इतना टूट चुका है कि अब यह परिवार गांव से पलायन करने को मजबूर है। दलित परिवार ने ऊसराहार पुलिस से लेकर इटावा मुख्यालय के सभी आला पुलिस अफसर व एसएसपी से न्याय और सुरक्षा की गुहार लगा चुका है लेकिन सुनवाई अभी तक शून्य रही है। भले ही प्रदेश में योगी के कड़े कानून लागू होने लेकिन इटावा के दबंगों को योगी के कानून से अभी भी डर नहीं लगता । दबंग दलितों के हाथ पैर तोड़कर कर मरणाशन चुके हैं। उचित कार्यवाही नही होने पर जब दलित परिवार प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी के जनता दरबार में भी न्याय और सुरक्षा की गुहार लगाने पहुँचा तो दबंगों का कहर दलितों पर उग्र होकर टूट पड़ा,और दबंगों ने राहचलते पुत्रबधू का रास्ता रोककर बधू से अश्लील हरकतें करते हुए पूरे परिवार को जान से मारने देने की धमकियां दे डालीं। जिसके चलते दुखी पुत्रबधू सातवीं बार न्याय और सुरक्षा की गुहार लगाने थाने पहुंची है।
पूरा मामला इटावा जनपद ऊसराहार क्षेत्र के ग्राम किशनपुरा का है,यहां इन दिनों दबंगों के हौसले इतने बुलंद हैं कि एक दलित परिवार को गांव से भागने पर मजबूर कर रहे है। दलित परिवार का बस इतना दोष है कि वह अपनी मां-बहिनों को उन दबंगों की हवस का शिकार नहीं होने दे रहे है।
आपको बतादें ग्रन्व के नामजद दबंग आए दिन दलित परिवार की मारपीट करते रहते हैं दबंग बलराम यादव उर्फ भूरे,सीटू यादव,नीटू यादव और कन्हैया यादव आए दिन दलित परिवार के ध्यान सिंह कोरी के घर पर बुरी नजर बनाए रहते है। मौका पाते ही घर में घुस जाते है। जिसका विरोध इन बेचारे दलितों द्वारा किया जाता है। तो दबंग दलित परिजनों की बेतहाशा मारपीट करते हैं। घटना बीते वर्ष 26 अप्रैल 2021 की रात्रि साढ़े 10 बजे उक्त दबंग घर में घुस कर महिलाओं से अश्लील हरकतें करने लगे जिसका विरोध किया गया। तो दबंगों ने घर से बाहर निकल ईंट-पत्थर की घर में बौछार कर दी। ईंटों की बौछार से कई लोग घायल हो गए थे। उक्त मामले में दलित घायलों ने ऊसराहार पुलिस को लिखित तहरीर दी थी। जिसमें पुलिस ने मात्र एनसीआर प्रथम सूचना दर्ज कर इतिश्री करली थी। और दबंगों की पुलिस से सांठगांठ के चलते उन्हें पुलिस ने किसी के विरुद्ध कोई कार्यवाही गिरफ्तार नहीं की। जिससे दबंगों के हौसले और बुलंद हो गए। और फिर दबंगों ने दलित परिवार पर जान लेवा हमला कर दिया।
चार अप्रैल को दबंग बलराम यादव,सीटू,नीटू और कन्हैया ने ध्यान सिंह कोरी को खेत में पकड़ लिया और लाठी डंडों व धारदार हथियार से कई बार हमला कर दलितों को लहूलुहान कर दिया। उक्त हमला में दलित ध्यान सिंह मरणाशन हो गए। घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। गम्भीर घयाल ध्यान सिंह कोरी को पुलिस ने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर भर्ती कराया। जहां पर डॉक्टरों ने नाजुक हालत देखते हुए सैफई पीजीआई रिफर कर दिया। करीब पन्द्रह दिन तक भर्ती रहने पर पीजीआई आई से डिशचार्ज कर दिया गया।
दबंगों द्वारा जान मारने की धमकियां मिलने के कारण दलित परिवार इधर-उधर भटक रहा है।
जहां एक तरफ भाजपा सरकार ने दलितों पर हो रहे अत्याचार के लिए इतने कठोर कानून बनाए है,लेकिन इन कठोर कानून को पुलिस तांक पर रखकर अपनी मनमानी करने में लगे हुई है।
दलित परिवार की बहू को दबंगों ने रास्ते में घेर लिया। तो उसके और उसके पति के साथ जाति सूचक गालियां देने लगे। इतना ही नहीं दलित महिला के साथ अश्लील हरकतें भी करने लगे। जिसका दलित महिला अनीता ने ऊसराहार में महिला डेस्क पर एक तहरीर दी है।
अब देने वाली बात यह होगी कि इस दलित परिवार को कब तक न्याय मिलता है या प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ का कानून हवा हवाई ही बन कर रह जाएगा।