चीनी सेना की रातों की नींद हराम करेगी ये टनल, अब भारतीय सेना को तवांग पहुंचने में होगी और आसानी
केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि सेला सुरंग अरुणाचल प्रदेश में दिरांग घाटी को तवांग से जोड़ेगी। बता दें कि सुरक्षा के लिहाज से भारत के लिए यह सुरंग बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने 2019 बजट में इस प्रोजेक्ट की घोषणा की थी। पीएम नरेंद्र मोदी ने साल 2019 में बालीपारा-चारद्वार-तवांग रोड के जरिए तवांग तक हर मौसम में सड़क संपर्क की सुविधा के लिए सेला टनल प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी थी। 14 अक्टूबर 2021 को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विस्फोट के जरिए मुख्य ट्यूब का रास्ता खोलने के लिए बटन दबाया है।
1.5 किलोमीटर लंबी और 13,700 फीट की ऊंचाई पर बन रही सुरंग अपने आखिरी चरण में पहुंच चुकी है। 2022 तक इस इस प्रोजेक्ट को पूरा कर लिए जाने की उम्मीद है। इस सुरंग को नए ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड का इस्तेमाल करके बनाया जा रहा है।
हाल ही में अरुणाचल प्रदेश में चीनी सैनिक लाइन ऑफ़ एक्चुअल कंट्रोल को पार कर भारतीय इलाके में घुस आए थे जहां भारतीय सैनिकों के साथ उनकी झड़प हुई थी। चीन और भारत के बीच डेढ़ साल के अधिक से संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं। इस टनल के बनने से तवांग सेक्टर में सेना की आवाजाही आसान हो जाएगी।