टीटीई अंकल मेरे पापा कभी मास्क नहीं लगाते 13 साल की वेटी ने कराया पिता का चालान

टीटीई अंकल! मेरे पापा कभी मास्क नहीं लगाते हैं। प्लीज, आज आप पापा का बिना मास्क में चालान कर दो, फिर वह कभी लापरवाही नहीं करेंगे। यह गुजारिश सोमवार को गोरखपुर जंक्शन पर 13 साल की अंशिका ने की थी। वह अपने माता-पिता के साथ दिल्ली जाने के लिए ट्रेन पकड़ने आई थी। छोटी सी अंशिका के बड़ा संदेश देने वाली बात पर बिना देरी किए टीटीई ने उसके पिता का 200 रुपये का चालान काट दिया। जंक्शन पर पिता का चालान कराने वाली बेटी को न सिर्फ रेलवे स्टाफ ने बल्कि आसपास मौजूद यात्रियों ने भी शाबाशी दी।

चालान करने वाली टीम को लीड कर रहे डीसीआई डीके श्रीवास्तव, विशाल और नितिन श्रीवास्तव ने जब अंशिका से शिकायत की वजह पूछी तो उसने बताया कि पापा को दो बार कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। इसके बाद भी वह बचाव को लेकर गंभीर नहीं है। हम लोग जब दिल्ली जाने के लिए घर से निकल रहे थे तो मैंने और मम्मी ने घर से ही मास्क लगा लिया लेकिन पापा ने कहने के बाद भी नहीं माने। स्टेशन पर मास्क को लेकर जांच होते देखकर मैंने सोचा क्यों न पापा का एक बार चालान कराया जाए। हो सकता है फाइन भरने के बाद पापा मास्क लगाना शुरू कर दें।

 

3 सिपाहियों व डॉक्टर समेत 151 यात्रियों का चालान

गोरखपुर।कोविड प्रोटोकाल को लेकर रेलवे प्रशासन की सतर्कता और बढ़ गई है। गोरखपुर स्टेशन पर बिना मास्क के खिलाफ चल रहा अभियान और तेज हो गया है। स्टेशन डायरेक्टर आशुतोष गुप्ता की टीम ने दो दिन में बिना मास्क के तीन सिपाहियों व एक डॉक्टर समेत 151 यात्रियों को पकड़ा। पकड़े गए लोगों से जुर्माना के रूप में लगभग 27 हजार रुपये की वसूली की गई। स्टेशन डायरेक्टर के अनुसार दशहरा, दीपावली और छठ पर्व में सुरक्षा को देखते हुए बिना मास्क के खिलाफ अभियान को और विस्तार दिया जाएगा। कहा कि बार-बार चेतावनी के बाद भी लोग संभल नहीं रहे हैं इसी तरह की लापरवाही ने कोरोना की दूसरी लहर को जन्म दिया था। लोग फिर उसी तरह की लापरवाही कर रहे हैं। यह अभियान जुर्माना वसूलने के लिए नहीं है यह अभियान इसलिए है कि लोग जुर्माना के डर से कम से कम मास्क लगाएं। यात्रियों से अपील है कि वे मास्क लगाकर ही सार्वजनिक स्थान पर जाएं खासकर स्टेशन पर। यहां हर तरफ से लोग आते हैं। ऐसे में मास्क लगाना खुद के साथ ही दूसरों को सुरक्षित करता है।

याद रहेगा सबक

बेटी की इस मुखरता से अंशिका के पिता को भले ही 200 रुपये जुर्माना भरना पड़ा हो लेकिन उनका सीना गर्व से चौड़ा हो गया। उन्होंने जांच टीम से कहा कि उन्हें बेटी द्वारा दिया गया यह सबक हमेशा याद रहेगा। अब आगे से वह सार्वजनिक जगह पर हमेशा मास्क लगाएंगे। लोगों को जागरूक भी करेंगे।

लोगों ने सराहा

मास्क को लेकर अपने ही पिता का चालान कराने वाली अंशिका दो दिन से चर्चा का विषय बनी हुई है। जांच टीम के साथ ही जो इस बारे में सुन रहा है वही उसकी तारीफ कर रहा है। रेलवे अफसरों को भी जब इस घटना की जानकारी हुई तो सभी ने उसकी पहल की सराहना की।

 

 

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