फोटो:- ग्रेड मिलने की जानकारी देते कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर पीके जैन तथा इनसेट में यूनिवर्सिटी की बल्डिंग
सैफई/जसवंत नगर (इटावा), जून 19। नेशनल असेसमेंट एण्ड एक्रीडेशन काउन्सिल (नैक ) ने उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय (यूपीयूएमएस) सैफई को अपने प्रथम मूल्यांकन में बी प्लस-प्लस ग्रेेड दिया है।

नैक द्वारा मूल्यांकन का परिणाम घोषित होने के बाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 डा0 पीके जैन ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों, शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मियों को बधाई दी है।उन्होंने बताया है कि विश्वविद्यालय के लिए यह बडी उपलब्धि है क्योंकि विश्वविद्यालय का सबसे ज्यादा फोकस मरीजों को बेहतरीन चिकित्सा सुविधाओं के साथ गहन चिकित्सकीय शोधों पर है। कोशिश है कि मरीजों को उच्चस्तरीय तथा आधुनिक सुविधायें मिलें।
विश्वविद्यालय लम्बे समय से नैक मूल्यांकन कराना चाहता था, हालांकि देरी हुई पर अब विश्वविद्यालय के लिए बडा पल है। देश भर के श्रेष्ठ चिकित्सा संस्थानों में विश्वविद्यालय का नाम शामिल हुआ है। आने वाले दिनों में विश्वविद्यालय ढेर सारी योजनाओं को क्रियान्वित करने जा रहा है। जिसमें सबसे पहले शासन को विश्वविद्यालय के अधीन एक स्वतंत्र डेन्टल कालेज की स्थापना के लिए लिखा गया है।
कुलपति पीके जैन ने कहा कि ह मारा प्रयास है कि नैक मूल्यांकन में विश्वविद्यालय को और उच्चतम स्थान प्राप्त हो।
प्रतिकुलपति प्रो0 डा0 रमाकान्त यादव ने बताया कि नैक की पीयर टीम, जिसमें कुल सात विशेषज्ञ सदस्य थे। जिसमें दो ऑन-साइट व पॉच ऑनलाइन सदस्य ने 04 जून से 06 जून, 2025 तक विश्वविद्यालय के शोध, छात्र केन्द्रित वातावरण, बेहतर बुनियादी सुविधायें और आईटी सक्षम शिक्षण उपकरणों को परखने के अलावा नई शिक्षा नीति-2020 को लागू करने सहित कई बिन्दुओं के आधार पर गहन मूल्यांकन किया। मूल्यांकन के दौरान नैक टीम ने विश्वविद्यालय द्वारा किये जा रहे चिकित्सकीय एवं शिक्षण कार्यों की प्रशंसा की। संकायाध्यक्ष चिकित्सा प्रो0 डा0 आदेश कुमार तथा संकायाध्यक्ष छात्र कल्याण प्रकोष्ठ प्रो0 डा0 आलोक दीक्षित ने बताया कि नैक मूल्यांकन अवधि के दौरान विश्वविद्यालय के शैक्षणिक कैलेंडर, समय पर परीक्षायें आयोजित करने तथा डिग्री वितरण में समय-सीमा के पालन को शानदार माना। उन्होंने यह भी बताया कि नैक मूल्यांकन में छात्र संतुष्टि सर्वेक्षण भी एक प्रमुख आयाम रहा। जिसमें शैक्षणिक सहायता, मेंटरशिप और शैक्षणिक गुणवत्ता का बारीकी से टीम द्वारा मूल्यांकन किया गया।
चिकित्सा अधीक्षक प्रो0 डा0 एसपी सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय मरीजों की चिकित्सा तथा चिकित्सा शिक्षण में गुणवत्तापूर्ण कार्य कर रहाचिकित्साजीएमयू के बाद यूपीयूएमएस दूसरा चिकित्सा विश्वविद्यालय है जिसे नैक एक्रीडेशन प्राप्त हुआ है। नैक टीम के सदस्यों ने विश्वविद्यालय के हरे-भरे कैंपस, गोद लिए गये गॉवों में चिकित्सा सुविधाओं के लिए सार्थक प्रयास पर खुशी जाहिर की ।