जसवन्तनगर(इटावा)। यह संसार माया का जाल है। हम संसारी इस माया के चक्कर में पड़े भगवान को भूल बैठे है । ईश्वर की कृपा का आश्रय छोड़ बैठे है।इसलिए संकटों में घिरे अपने जीवन को काट रहे है।
यह बात यहां नगर के प्रभु मैरिज होम में चल रही मद्भागवत कथा में पांचवे दिन प्रवचन करते भगवद कथाचार्य वृंदावन से पधारे कथाचार्य राहुल कृष्ण जी महाराज ने कही है।
वह बोले कि ऊपर बैठा और दुनिया को चलाने वाला ही मयापती है, उसी के चरणों का आश्रय लेकर ही इस मायावी संसार से मनुष्य को 84 योनियों के चक्कर से मुक्ति मिल सकती है ।
राहुल कृष्ण जी महाराज ने बताया कि ज्ञान और वैराग्य का अवमानना करने वाले भगवान के अस्तित्व पर संशय प्रगट करते है। भक्ति और भजन से हमारे अंतरनेत्र खुलते हैं और वैराग्य की प्राप्ति होती है। इनकी प्राप्ति से अपने आप में का संशय खत्म हो जाता है।उन्होंने कहा कि भगवान की प्राप्ति के लिए भाव ठीक करना चाहिए।
पांचवे दिन कथाचार्य ने कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन करते कालिया मर्दन, गोवर्धन लीला आदि का वर्णन भाव पूर्ण ढंग से किया श्रद्धालु इनको सुन मंत्र मुग्ध हो गए। मंगलवार को कृष्ण जन्म हुआ था । आज गोवर्धन का छप्पन भोग भी लगाया गया।
है। नख में गिरवर लाइनों धार , कन्हैया मेरो बारे … भजन पर जमकर नृत्य हुआ।
यह मद भागवत कथा श्री शंकर बारात समिति के उपाध्यक्ष और संयोजक मुकेश झा ने अपने पिता स्वर्गीय सत्येंद्र झा की स्मृति में आयोजित कराई है। इस कथा की संरक्षक उनकी मां शारदा देवी है। स्वयं मुकेश कुमार झा और उनकी धर्मपत्नी प्रीति झा इस कथा आयोजन में परीक्षित की भूमिका में है। कथा 11 अप्रैल तक चलेगी और 12 को भंडारे का आयोजन है।
प्रभु मैरिज होम के मालिक सर्वेश कुमार गुप्ता उर्फ पप्पू तथा नगर के सुप्रसिद्ध हलवाई और प्रधान कमलेश यादव ने कथा व्यास का मालाएं और पटका पहनकर स्वागत किया।
इस अवसर पर भागवत कथा की व्यवस्था में मनोज गुप्ता, राजीव गुप्ता राजू, आनंद गुप्ता ,अमरनाथ गुप्ता, संजू मसालेवाले, रामचंद्र गुप्ता, भगवान दास गुप्ता, आशीष चौरसिया, राजा यादव, गौतम मिश्रा आदि संलग्न थे। कथा दौरान संतोष पनीर वाले, समाचार पत्र विक्रेता और सभासद प्रतिनिधि अनिरुद्ध दुबे उर्फ मोनू के अलावा गोपी गुप्ता, अमित मिश्रा, गौतम मिश्रा, कर्तव्य झा, योग्य झा ,रामेश्वर दयाल शर्मा, शिव कुमार शर्मा, देवेंद्र शर्मा, विशेष गुप्ता, उमाकांत चौधरी, निमेष तिवारी, प्रकाश झा, शिवप्रकाश गुप्ता आदि व्यवस्था में जुटे देखे गए।
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*वेद व्रत गुप्ता