लखना नहर की पटरी पर दुकानें रखकर परिवार पाल रहे दुकनदारों ने डीएम से पुन: दुकानें रखबाने की मांग की। तीन माह पहले नहर सफाई के दौरान हटवाई थी नहर विभाग ने दुकानें। दुकनदार जीवकोपार्जन के लिए परेशान हैं।

बकेवर-
भोगनीपुर निचली गंगा नहर लखना के पुराना व नये नहर पुल पर दोनों ओर खोखा,हथठेला लगाकर अपने परिवार का जीवन यापन करने बाले 22 दुकनदारों ने जिलाधिकारी इटावा से तीन माह पूर्व नहर की साफ सफाई के चलते विभाग द्वारा हटवाई गयी खोखा पेटी व हथठेला लगाने के लिए लिखित प्रार्थना पत्र देकर रखबाने की मांग की।
भोगनीपुर नहर की सफाई के चलते बीते तीन माह पूर्व पुराना व नया नहर पुल की पटरी पर रखे खोखा व पेटी व हथठेला दुकनदारों से नहर विभाग द्वारा हटवाने का काम किया गया था। इसके बाद साफ सफाई होने के चलते अब दोनों ओर नहर की सफाई से निकली सिल्ट को रख दिया गया जिससे लोगों के द्वारा पुनः नहर की पटरी पर अतिक्रमण करके खोखा,पेटी,हथठेला न लगा लें अब सिल्ट आज तक रखी हुई है। इस पर उक्त दुकनदार शिवकुमार,अनुज,रीबू, संत कुमार,जीतू कुशवाहा,अंकित बृजेश,सुरेन्द्र, रामदास,कल्लू,वीरेन्द्र, राधामोहन,अजय,प्रमोद,मनीश,राजू सिंह सहित अन्य लोगों ने सोमबार की सुबह जिलाधिकारी कार्यालय में पहुंचकर अपने परिवार के जीवकोपार्जन के लिए पुनः खोखा,पेटी,हथठेला को अस्थाई तौर पर रखने की अनुमति मांगने पहुंचे। जिलाधिकारी कार्यालय में न होने के कारण उक्त लिखित प्रार्थना पत्र को वहां पर मौजूद अन्य अधिकारी को दिया गया।
उपरोक्त दुकनदारों ने जिलाधिकारी से मांग की है। कि उक्त पटरी पर जिस तरह से अस्थाई रुप से खोखा,पेटी,हथठेला लगाकर परिवार के भरण पोषण के लिए काम करते हैं। अब तीन माह से उक्त दुकाने हटाने के बाद घरों पर बैठे हुए हैं। अगर पटरी से सिल्ट हटाकर दुकाने लगाने की अनुमति मिल जाए तो परिवार का भरण पोषण होने लगे।

वहीं नगर विभाग द्वारा साफ सफाई कराने के बाद सिल्ट को न हटवाने से उक्त पटरियों के पास बने मकानों व राह निकलने बाले राहगीरों को धूल उडने से वहुत ब्याकुल नजर आ रहे हैं। इस सिल्ट को हटवाकर मार्ग को साफ किया जाए नहीं तो लोग बीमारियों के शिकार होंगे।

फोटो- जिलाधिकारी कार्यालय के बाद प्रार्थना पत्र देने जाते लखना के दुकनदार

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