शहीद आइटीबीपी जवान जयप्रकाश नारायण का पार्थिव शरीर पहुंचा नगरिया यादवान: मचा कोहराम
ऊसराहार संवादाता
घनश्याम शर्मा
- जयप्रकाश नारायण का ब्रेन अटैक के बाद इलाज के दौरान निधन
- राष्ट्रीय सम्मान के साथ शहीद को दी गई अंतिम सलामी
फाइल फोटो -शहीद की जयप्रकाश नारा
पंजाब राज्य के शहर चंडीगढ़ की आईटीबीपी में तैनात सेना के 58 वर्षीय जवान जयप्रकाश नारायणजवान जयप्रकाश नारायण पुत्र स्व०दर्शन सिंह का पार्थिव शरीर शुक्रवार की सुबह 10 चंडीगढ इटावा में उनके गांव घर नगरिया यादवान पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया,परिजन दहाड़े मारकर रोने लगे,इस बिलखती चीख को देख मौजूद सैकड़ों ग्रामीण रिश्तेदार महिला पुरुषों की आंखें नम हो गईं। शहीद के पार्थिव शरीर के साथ पहुंची
आइटीबीपी बटालियन 50 पंचकूला हरियाणा की जवानो ने शहीद के पार्थिव शरीर को एक ताबूत से निकाल कर सम्मान के साथ राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा में लपेट कर रखा और पुष्पचक्र भेंट कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
जिसके बाद क्षेत्रवासी शहीद जयप्रकाश यादव को श्रद्धांजलि अर्पित करने उमड़ पड़े।
शहीद के पार्थिव शरीर राष्ट्रीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव नगरिया यादवान में किया गया।
शहीद जवान के पार्थिव शरीर को लेकर उनके पैतृक गांव नगरिया यादवान पहुंचे
आईटीबीपी में तैनात सेना के सीओ नागेश्वर दत्त ने बताया इटावा के ताखा ब्लॉक क्षेत्र ग्राम नगरिया यादवान निवासी 58 वर्षीय जयप्रकाश नारायण पुत्र स्व०दर्शन सिंह चंडीगढ़ में आईटीबीपी में हवलदार के पद पर तैनात थे, उन्हें बीते 10-12 दिन पहले ब्रेन हेमरेज के दौरान उन्हें तुरन्त चंडीगढ़ के मैक्स हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया,जहां हवलदार जयप्रकाश यादव का परिजनों की मौजूदगी में इलाज चल रहा था। कई दिनों से बीमारी से लड़ रहने के बाद हवलदार जयप्रकाश यादव ने गुरुवार को दोपहर लगभग 12 बजे अंतिम सांस ली,और हम सबको छोड़ गए।
शुक्रवार की सुबह शहीद जवान का पार्थिव शरीर गांव पहुंचते ही परिजनों सहित पत्नी सुनील कुमारी तीन पुत्र सत्यम,शिवम, निखिल समेत बड़े भाई मोहब्बत सिंह रो-रोकर बेसुध हो रहे थे।
जवान के शहीद होने की खबर लगते ही क्षेत्र शोक में डूब गया और ग्रामीण शहीद जवान को अपनी श्रद्धांजलि देने उमड़ पड़े।
अंतिम सलामी और श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में ग्राम प्रधान राजकुमार चक,पूर्व प्रधान हेमराज यादव,राधेश्याम चक के अलावा रामवीर सिंह,रिटायर्ड शिक्षक पहलवान यादव,सहित सैकड़ों ग्रामीण सामिल रहे।