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जसवंतनगर (इटावा)। नगर के चौधरी सुघर सिंह एजुकेशनल एकेडमी ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। कानपुर विश्वविद्यालय ने इस प्रतिष्ठित संस्थान को स्वायत्तशासी संस्था (ऑटोनॉमस बॉडी) का दर्जा प्रदान किया है।
ऑटोनॉमस बॉडी प्राप्त करने वाला यह कानपुर विश्वविद्यालय का पहला कॉलेज बन गया है। यह उल्लेखनीय और अत्यंत सम्मानजनक उपलब्धि है।
यह स्वायत्तता इसी सत्र 2024-2025 से लागू होगी, और इसके परिणामस्वरूप शैक्षणिक गतिविधियों में व्यापक सुधार की उम्मीद की जा रही है।
स्वायत्तता के तहत चौधरी सुघर सिंह एजुकेशनल एकेडमी, अब अपने पाठ्यक्रम, परीक्षा प्रणाली और शैक्षणिक गतिविधियों को स्वतंत्र रूप से संचालित कर सकेगा। छात्रों को इससे बेहतर और अधिक उद्योग-केंद्रित शिक्षा मिलेगी, जो उन्हें कैंपस प्लेसमेंट और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए बेहतर ढंग से तैयार करने में मददगार होगी।
संस्था के चेयरमैन डॉ. ब्रजेश चंद्र यादव ने इस बड़ी उपलब्धि पर गर्व जताते हुए कहा है कि “यह स्वायत्तता हमारे संस्थान को शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का अवसर प्रदान करेगी। हमारे छात्रों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए बेहतर ढंग से तैयार किया जाएगा और चौधरी सुघर सिंह एजुकेशनल एकेडमी को इस स्वायत्तता से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान मिलेगी।”
उन्होंने इसे संस्थान के लिए एक मील का पत्थर बताया और कहा कि इस कदम से शिक्षा की गुणवत्ता और अवसरों में वृद्धि होगी।
मैनेजिंग डायरेक्टर अनुज मोंटी यादव ने भी इस ऐतिहासिक निर्णय की जानकारी देते हुए कहा कि यह दर्जा कानपुर विश्वविद्यालय के इतिहास में एक नया अध्याय लिखता है। उन्होंने कहा कि इससे छात्रों और शिक्षकों के लिए नए अवसर पैदा होंगे, जो शिक्षा के क्षेत्र में बड़े सुधार लाएंगे।
इस अवसर पर डायरेक्टर संदीप पांडे, प्रिंसिपल डॉ. जितेंद्र यादव, नर्सिंग और पैरामेडिकल डायरेक्टर रीम मंडल, और फार्मेसी डायरेक्टर डॉ. प्रदीप यादव भी उपस्थित रहे। सभी ने इस ऐतिहासिक अवसर पर खुशी जताई और संस्थान की इस उपलब्धि पर बधाई दी।
इस स्वायत्तता से चौधरी सुघर सिंह एजुकेशनल एकेडमी को शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने का अवसर मिलेगा। यह कदम न केवल संस्थान के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में एक नई दिशा भी स्थापित करेगा।
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*वेदव्रत गुप्ता
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