यूपीयूएमएस में “राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस सप्ताह”का हुआ शुभारंभ साप्ताहिक जागरूकता कार्यक्रम द्वारा ‘प्रतिकूल दवा प्रतिक्रिया’ के संदर्भ में किया जाएगा जागरूयूपीयूएमएस में “राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस सप्ताह”का हुआ शुभारंयूपीयूएमएस में “राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस सप्ताह”का हुआ शुभारंभ

यूपीयूएमएस में “राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस सप्ताह”का हुआ शुभारंभ

साप्ताहिक जागरूकता कार्यक्रम द्वारा ‘प्रतिकूल दवा प्रतिक्रिया’ के संदर्भ में किया जाएगा जागरूयूपीयूएमएस में “राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस सप्ताह”का हुआ शुभारंयूपीयूएमएस में “राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस सप्ताह”का हुआ शुभारं

 

साप्ताहिक जागरूकता कार्यक्रम द्वारा ‘प्रतिकूल दवा प्रतिक्रिया’ के संदर्भ में किया जाएगा जागरूयूपीयूएमएस में “राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस सप्ताह”का हुआ शुभारंभ

 

साप्ताहिक जागरूकता कार्यक्रम द्वारा ‘प्रतिकूल दवा प्रतिक्रिया’ के संदर्भ में किया जाएगा जागरूक

इटावा (सैफई ) उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैंफई में भारतीय भेषज संहिता आयोग राष्ट्रीय समन्वयक केंद्र फार्मेंकोविजिलेंस प्रोग्राम ऑफ इंडिया के तत्वाधान में चतुर्थ राष्ट्रीय फार्मेंकोविजिलेंस सप्ताह का शुभारंभ माननीय कुलपति प्रोफेसर डॉ प्रभात कुमार सिंह ने किया। उन्होंने कहा कि इस बार इस सप्ताह की थीम ‘रोगी सुरक्षा के लिए प्रतिकूल दवा प्रतिक्रिया (एडीआर) रिपोर्टिंग संस्कृति का निर्माण करना है”फार्मेकोविजिलेंस एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है। दवा दुष्प्रभावों की रिपोर्टिंग में सभी स्वास्थ्यकर्मियों को सक्रियता से भाग लेना चाहिए तथा सभी तरह के एडीआर को बिना किसी डर के आगे बढ़ कर रिर्पोटिंग करनी चाहिए। इससे मरीजों के स्वास्थ्य की रक्षा हो सकेगी और परिणाम स्वरूप चिकित्सा सेवा में गुणात्मक सुधार होगा। प्रति कुलपति डॉ रमाकांत यादव ने एंटीपिलेप्टिक, ट्यूबरक्यूलोसिस की दवाओं तथा एंटीबायोटिक्स जैसे क्विनोलोन से होने वाले एडीआर की रिपोर्टिंग की बात कही , साथ ही सामान्य दुष्प्रभावों को भी रिपोर्ट करने के लिए आग्रह किया।

आइए जानते हैं फार्मेंकोविजिलेंस सप्ताह क्या है

एडीआर मॉनिटरिंग सेंटर कोऑर्डिनेटर व फार्माकोलॉजी विभाग प्रो. डॉ आशा पाठक ने बताया कि कोई भी व्यक्ति यदि किसी भी प्रकार की दवा,टीका, इंजेक्शन, सिरप, मलहम, का सेवन करता है दवा सेवन के बाद अगर यह लक्षण दिखें जैसे- शरीर पर चिकते,दानें आना, चक्कर आना, बार-बार उल्टी होना भूख न लगना, बेचैनी होना,नींद ना आना प्रतिकूल दवा प्रतिक्रिया (एडीआर) रिपोर्टिंग करना आवश्यक है। जिसके लिए ओपीडी कक्ष संख्या 40 ओपीडी में सुबह 1:00 बजे से 10:00 बजे तक जाकर सलाह लें सकते हैं व इस नंबर पर9410646131और 10 बजे से 1 बजे तक वाट्सअप व कॉल कर सकते हैं और टोल फ्री नंबर पर भी 1800180 324 पर कॉल कर कर प्रतिकूल दवा प्रतिक्रिया (एडीआर) रिपोर्टिंग करवा सकते हैं।

एमबीबीएस 2023-24के छात्र-छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक द्वारा प्रतिकूल दवा प्रतिक्रिया (एडीआर) रिपोर्टिंग का महत्व समझाया। कार्यक्रम के अंत में फार्माकोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ आलोक दीक्षित ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया व कार्यक्रम का सफल संचालन फार्माकोलॉजी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ विनय कुमार गुप्ता ने किया और उन्होंने 17- 23 सितंबर तक होने वाले साप्ताहिक जागरूकता कार्यक्रम के संदर्भ में विस्तार पूर्वक जानकारी साझा की।
कार्यक्रम में कुलसचिव डॉ चंद्रवीर, संकायाध्यक्ष डा आदेश कुमार, चिकित्सा अधीक्षक डॉ एसपी सिंह,व अन्य संकाय सदस्य उपस्थित रहे।

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