जून के महीने में आकाश में देखने को मिलेंगे अनेक खगोलीय  नजारे

 *हिंदू विद्यालय के फिजिक्स प्रवक्ता प्रदीप यादव ने दी जानकारी  *मंगल और शनि नंगी आंखों से देखें

फोटो :- हिंदू विद्यालय इंटर कॉलेज जसवंत नगर के भौतिक विज्ञान  प्रवक्ता प्रदीप कुमार यादव, छात्रों को विशेषज्ञ खगोल विज्ञान के बारे में जानकारी देते_
 
जसवंतनगर(इटावा)। इस वर्ष शनिवार से शुरू हुए जून के महीने में विभिन्न दुर्लभ खगोलीय घटनाएं हम सभी को आसमान में रोमांचित करने वाली होने वाली देखने को मिलने वाली हैं।
      लोगों और विज्ञान की पढ़ाई करने वाले बच्चों को नित वैज्ञानिक खोजों और घटनाओं से अवगत कराने वाले हिंदू विद्यालय इंटर कॉलेज जसवंत नगर के भौतिक विज्ञान प्रवक्ता प्रदीप कुमार यादव ने यह जानकारी दी है।
   

उन्होंने बताया है कि पुराने समय में जब लोग अपनी  छतों पर सोया करते थे, तो वह आसमान में तारों की स्थिति को देखकर समय का सटीक अनुमान लगा लिया करते थे। इसके पीछे खगोल विज्ञान काम करता था।

 प्रदीप यादव ने बताया है कि  पृथ्वी
 से परे वस्तुओं तथा घटनाओं का अध्ययन खगोल विज्ञान कहलाता है।खगोलीय वस्तुओं का सबसे पहले अध्ययन “अरस्तु” ने किया था  जबकि बाद में गैलीलियो नेअपने दूरबीन के माध्यम से खगोलीय पिंडों को देखने का काम किया था।भारत के प्रथम खगोल वैज्ञानिक आर्यभट्ट थे।खगोल विज्ञान पर आधारित आर्यभट्ट द्वारा लिखित पुस्तक सूर्य सिद्धांत में विभिन्न खगोलीय घटनाओं कावर्णन मिलता है।
  प्रदीप यादव ने खगोल विज्ञान पर अध्ययन करके बताया है कि इस वर्ष2 जून को चंद्रमा के पास मंगल ग्रह नजर आएगा।3 जून को भोर में सुबह सूर्योदय से 2 घंटे पहले आसमान में ग्रहों का दुर्लभ नजारा नग्न आंखों से देखा जा सकेगा।
लाल रंग का मंगल ग्रह तथा विशाल शनि खुली आंखों से देख सकते हैं।
     अन्य ग्रहों बुद्ध, बृहस्पति, यूरेनस, तथा नेप्चून को देखने के लिए टेलिस्कोप अथवा बिनोक्युलर का प्रयोग करना पड़ेगा।
 इसी प्रकार 4 जून को बुध तथा बृहस्पति ग्रह एक दूसरे के पास पास दिखाई देंगे।5 जून को चंद्रमा के पास प्लीएड्स नामक तारों का समूह नक्षत्र के रूप में दिखाई देगा।10 जून को दिन के समय आसमान में “उल्का पिंडों” की बौछार देखने को मिलेगी।
उन्होंने यह भी बताया कि 16 जून को चंद्रमा के पास कन्या तारा मंडल का सबसे रोशन तारा “स्पाइका” देखने को मिलेगा 22 जून को पूर्ण चंद्रमा दिखाई देगा।27 जून को चंद्रमा के सामने शनि ग्रह काले बिंदु के रूप में गुजरता हुआ नजर आएगा तथा30 जून को पुच्छल तारा पृथ्वी के नजदीक से होकर गुजरेगा।
    उन्होंने लोगों खासकर विज्ञान से जुड़े छात्रों से जून के महीने में आसमान के यह नजारे देखने का अनुरोध किया है।
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*वेदव्रत गुप्ता

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